आगरा।आगरा के रामबाग ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थित गुप्ता चाइल्ड केयर अस्पताल में बच्चे की मौत पर परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि स्टाफ अनट्रेंड था और बच्चे की देखभाल में लापरवाही बरती गई।परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है।
परिजनों के अनुसार, बच्चा साढ़े 12 बजे तक ठीक था और उन्होंने पैसे भी जमा करा दिए थे। लेकिन डेढ़ घंटे बाद उन्हें सूचना दी गई कि बच्चे की मौत हो गई है।
परिजनों का आरोप
परिजनों का कहना है कि बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद से उसकी हालत बिगड़ती गई। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल के स्टाफ ने बच्चे की देखभाल में लापरवाही बरती और डॉक्टरों ने भी समय पर ध्यान नहीं दिया।
डॉक्टरों का बयान
इस मामले में गुप्ता चाइल्ड केयर अस्पताल के डॉ. अभिषेक गुप्ता ने बताया कि बच्चे को 13 तारीख को भर्ती कराया गया था। बच्चे की कंडीशन पहले से ही सीरियस थी। उन्होंने परिजनों को पहले ही बता दिया था कि बच्चे की हालत ठीक नहीं है और उसकी जान बचाने की कोशिश की जाएगी।
डॉ. गुप्ता ने कहा कि बच्चे को एनआईसीयू में भर्ती किया गया था और उसकी जांच की गई। जांच में पता चला कि बच्चे के फेफड़े फटे हुए थे। उन्होंने परिजनों को बताया कि बच्चे को ट्यूब नली डालने की जरूरत है, लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है। उन्होंने परिजनों को यह भी कहा कि वे चाहें तो बच्चे को किसी दूसरे अस्पताल में ले जा सकते हैं।
डॉ. गुप्ता ने कहा कि परिजनों ने बच्चे का इलाज जारी रखने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि बच्चे की मौत पर परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। उन्होंने कहा कि वे 15 साल से इस अस्पताल में प्रैक्टिस कर रहे हैं और उनका स्टाफ भी पूरी तरह से ट्रेंड है। अस्पताल का सीएमओ आफिस में भी रजिस्ट्रेशन है।
पुलिस ने भी कर दी जांच शुरू
इस मामले में पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने अस्पताल के स्टाफ और परिजनों के बयान दर्ज किए हैं। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही पता चलेगा कि बच्चे की मौत के लिए कौन जिम्मेदार है।