आगरा। सींगना स्थित उद्यान विभाग के आलू फार्म से चोरी छिपे आलू बेचे जाने का मामला सामने आया है। आगरा के कस्बा रूंनकता क्षेत्र के सींगना गांव के पास स्थित उद्यान विभाग की सैकड़ों बीघा कृषि भूमि पर अंतरराष्ट्रीय आलू अनुसंधान केन्द्र बनाया जा रहा है। यहां उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से आलू का बीज पैदा किया जाता है और विभाग द्वारा बोली लगाकर आलू की बिक्री की जाती है।
इस समय आलू की खुदाई चल रही है और आरोप है, कि फार्म के इंचार्ज की मिलीभगत से खुदाई के समय ही चोरी छिपे आलू बेचा जा रहा है। शनिवार शाम करीब आठ बजे आलू फार्म से मैक्स गाड़ी में आलू के 25 कट्टे लाद कर रुनकता स्थित पेट्रोल पंप पर उतारे गए। पंप पर मौजूद लोगों ने बताया कि मैक्स गाड़ी के साथ आलू फार्म का इंचार्ज भी आया था, और उसी ने कट्टे उतरवाए थे। आलू उत्तर प्रदेश सरकार के मार्का लगी हुई बोरियों में भरा हुआ था।
मामले की जांच:
इस घटना के बाद उद्यान विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। विभाग के उप निदेशक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना कई गंभीर सवाल खड़े करती है:
क्या आलू फार्म में सुरक्षा व्यवस्था इतनी लचर है कि चोरी छिपे आलू बेचा जा सकता है?
क्या विभाग के अधिकारियों को इस चोरी की जानकारी थी?
क्या आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी?
.यह घटना किसानों के लिए भी चिंता का विषय है।यदि सरकार द्वारा किसानों को दिए जाने वाले बीज की चोरी हो रही है तो यह किसानों के हित में नहीं है।