आगरा, तौहीद खान, समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन को मंगलवार को आगरा पुलिस ने उनके आवास पर ही रोक दिया, जिसके बाद सांसद और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर बहस और धक्का-मुक्की हुई। सांसद सुमन अपने समर्थकों के साथ आगरा के खंदौली स्थित बिजौली गांव जा रहे थे, जहां हाल ही में दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था। पुलिस द्वारा रोके जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
खंदौली के बिजौली गांव जा रहे थे सांसद
मिली जानकारी के अनुसार, सांसद रामजीलाल सुमन अपने आवास (संजय प्लेस, एचआईजी फ्लैट्स) पर बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ मौजूद थे। वह खंदौली थाना क्षेत्र के बिजौली गांव जाने की तैयारी में थे। बिजौली गांव में बीते दिनों दो पक्षों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। इसी विवाद की जानकारी लेने और पीड़ित पक्ष से मिलने के लिए सांसद सुमन अपने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ गांव की ओर निकल रहे थे।
आवास के बाहर ही रोका गया काफिला
सांसद के निकलने की सूचना मिलते ही पुलिस बल उनके आवास के बाहर तैनात कर दिया गया और रास्ते पर बैरिकेडिंग लगा दी गई। जब सांसद रामजीलाल सुमन अपने समर्थकों के साथ घर से बाहर आए, तो पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोक दिया। पुलिस का कहना था कि गांव में शांति व्यवस्था बनी हुई है और सांसद के जाने से माहौल बिगड़ सकता है।
पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप
पुलिस द्वारा रोके जाने पर सांसद रामजीलाल सुमन और पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई। सांसद सुमन ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिजौली गांव में हुए विवाद के बाद पुलिस एक तरफा कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि वह एक जनप्रतिनिधि हैं और उन्हें अपने क्षेत्र में जाने तथा लोगों से मिलने का संवैधानिक अधिकार है।
धक्का-मुक्की का वीडियो वायरल
बहस के दौरान स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई जब सांसद और उनके समर्थक जबरन बैरिकेडिंग पार कर आगे बढ़ने लगे। इस दौरान पुलिसकर्मियों और सांसद रामजीलाल सुमन तथा उनके समर्थकों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। इसी घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी सांसद को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि सांसद और उनके समर्थक आगे बढ़ने पर अड़े हैं।
पुलिस ने सांसद को किया ‘हाउस अरेस्ट’
काफी देर तक चली जद्दोजहद के बाद पुलिस ने सांसद रामजीलाल सुमन को उनके घर में ही रोक दिया। एक तरह से उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया गया। पुलिस ने उन्हें शांति भंग न करने का नोटिस भी थमाया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।