आगरा: तहसील एत्मादपुर के गांव बंगारा से दर्जनभर ग्रामीण महिलाओं और युवतियों ने सोमवार को भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर तहसील प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि गांव के एक परिवार ने बरसात के दौरान सरकारी सार्वजनिक भवन में ठहरने की अनुमति ली थी, लेकिन अब बरसात समाप्त होने के बाद भी वह परिवार भवन को खाली नहीं कर रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह सार्वजनिक भवन गांव के बच्चों के लिए लाइब्रेरी के रूप में उपयोग किया जाता है, और परिवार का कब्जा बच्चों की पढ़ाई में बाधा डाल रहा है। उन्होंने एसडीएम एत्मादपुर को एक ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्या का समाधान करने की मांग की।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि दूसरे पक्ष के लोग ग्रामीणों के साथ अभद्रता कर रहे हैं और गांव के कुछ युवकों पर उस परिवार की महिला द्वारा झूठा मुकदमा भी दाखिल किया गया है।
भीम आर्मी के वरिष्ठ कार्यकर्ता रिंकू सेठ ने कहा, “अगर दो दिन के भीतर कार्रवाई नहीं की गई, तो हम धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे।”
इस प्रदर्शन में प्रमुख रूप से रामपाल नेताजी, मंडल उपाध्यक्ष आजाद समाज पार्टी, डॉ. सतीश संगम, पूर्व जिला अध्यक्ष आजाद समाज पार्टी, हरिशंकर भारती, पूर्व मंडल महासचिव भीम आर्मी और रिंकू सेठ उपस्थित रहे।
ग्रामीणों ने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की अपील की है ताकि गांव के बच्चों का शैक्षणिक माहौल बहाल हो सके। अब देखना है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।