पालतू मवेशियों को खुले में बांधना ग्रामीणों के लिए साबित हो रहा खतरे भरा कदम
किरावली। ब्लॉक अछनेरा के अंतर्गत गांव हसेला के ग्रामीण इन दिनों दोहरी परेशानी से जूझ रहे हैं। गांव में पिछले कुछ दिनों से आवारा श्वानों और सांडों का आतंक बेतहाशा बढ़ गया है। आएदिन ग्रामीणों पर हमले हो रहे हैं। स्थिति यह हो गई है कि ग्रामीण अब अपने पालतू मवेशियों को भी खुले में बांधने से कतराने लगे हैं।
बताया जाता है कि बीते दिनों आवारा श्वानों ने पूर्व प्रधान गोपाल सिंह को काटकर बुरी तरह घायल कर दिया। श्वानों के अचानक हमले में पूर्व प्रधान को बचने का मौका भी नहीं मिल सका। श्वानों से बचने के लिए जैसे ही वह भागने लगे, गिर पड़े, इसके बाद उनका कोल्हू टूट गया। पूर्व प्रधान के साथ हुई यह कोई पहली घटना नहीं है। बीते 27 फरवरी को विजय सिंह सिनसिनवार के बाड़े में बंधी गाय के बछड़े को आवारा श्वानों ने बुरी तरह काटकर मौत के मुंह में पहुंचा दिया। विजय सिंह ने जब मृत बछड़े की हालत देखी तो उनकी तबीयत खराब हो गई। इसके बाद सदमे में उनकी मौत हो गई।
ग्रामीणों के अनुसार, आवारा श्वानों के मुंह पर खून और मांस लग जाने के कारण अब ये दिनभर शिकार की तलाश में घूमते रहते हैं। इनके कारण ग्रामीणों में इतना भय व्याप्त हो चुका है कि वे अब अपने बच्चों को भी घर से बाहर खेलने के लिए नहीं भेज रहे। ग्रामीण अब समूह में होकर लाठी-डंडों से लैस होकर ही घर से निकलते हैं।गांव में यही स्थिति सांडों की वजह से भी हो रही है। घनी आबादी से लेकर खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों पर कब हमला हो जाए, किसी को कुछ नहीं मालूम। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस दिशा में कारगर कदम उठाने की मांग की है।