बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा फिर भड़की। एक युवक की हत्या के बाद लोगों ने कार और दुकानों में आग लगा दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए एसटीएफ चीफ को बहराइच भेजा है।
बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के बाद हालात फिर से बिगड़ गए हैं। सोमवार को मारे गए युवक रामगोपाल मिश्र की शव यात्रा के दौरान भीड़ ने कई गाड़ियों और दुकानों में आग लगा दी। इस हिंसा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए एडीजी (कानून-व्यवस्था) और एसटीएफ चीफ अमिताभ यश को बहराइच भेजा है।
क्या हुआ था?
रविवार को रामगांव थाना क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव से निकला दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज बाजार में पहुंचा था। धार्मिक स्थल के सामने डीजे बजाने पर एक समुदाय विशेष के लोगों ने जुलूस पर पथराव किया और गोलीबारी की। इस घटना में 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र की मौत हो गई।
शव यात्रा के दौरान भड़की हिंसा
रामगोपाल मिश्र की मौत के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया। सोमवार को जब उनका शव गांव पहुंचा तो भीड़ ने आग लगाने और तोड़फोड़ शुरू कर दी। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने इस घटना की निंदा की है और सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा, “यह घटना दुखद है और हमें मिलकर शांति कायम करने के लिए प्रयास करना चाहिए।”
प्रशासन अलर्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और उन्होंने अधिकारियों को स्थिति को नियंत्रण में करने के निर्देश दिए हैं। एसटीएफ चीफ अमिताभ यश को बहराइच भेजा गया है ताकि वह स्थिति का जायजा ले सकें और आवश्यक कार्रवाई कर सकें।
इस हिंसा के पीछे के कारणों की अभी जांच चल रही है। हालांकि, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों समुदायों के बीच पहले से ही कुछ मतभेद थे। इस घटना ने बहराइच में सामाजिक सौहार्द को गहरा धक्का लगा है। लोगों में रोष है और वे दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।