सहायक अभियंता प्रथम द्वारा उच्चाधिकारियों को सौंपी अवैध कब्जे की जांच रिपोर्ट पर उठे सवाल
आगरा: जनपद में सिंचाई विभाग की बेशकीमती जमीनों पर अवैध कब्जे डंके की चोट पर हो रहे हैं। विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से यह सब हो रहा है। एक वायरल वीडियो ने इस पूरे मामले की पोल खोल दी है।
यह है पूरा मामला
शिकायत: आदर्श रजवाहा (आगरा रजवाहा) पर गांव बरारा से मलपुरा के मध्य सिंचाई विभाग की जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत विभाग में की गई थी ।शिकायत की जांच: के क्रम में सहायक अभियंता प्रथम द्वारा विभागीय अधिकारियों को सौंपी रिपोर्ट में कहा गया है कि क्षेत्रीय सिंचापाल व कार्यवाहक जिलेदार का पद देख रहे सींच पर्यवेक्षक की मौजूदगी में आगरा रजवाह , गांव बरारा पर नियमानुसार 12मील 1फर्लांग, विभागीय अभिलेखानुसार विभाग की स्थाई जमीन का निर्धारण हेतु नहर के मध्य से दोनों पटरी पर 30-30 फुट चिन्हांकन कार्य किया गया है। मौके पर विभाग की जमीन पर कहीं भी अवैध कब्जा नहीं मिला है।लेकिन वायरल वीडियो सहायक अभियंता की रिपोर्ट के विपरीत हैं, वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे बिना मानचित्र स्वीकृत के विकसित हो रही कॉलोनी स्वामी को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए मौके पर रजवाहा पर अवैध पुलिया एवं विभाग की ही जमीन पर आवागमन मार्ग के साथ ही प्लॉटिंग भी हो रही है।
विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल
वायरल वीडियो ने विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। लगातार अवैध कारनामों का पर्दाफाश हो रहा है।
क्षेत्रीय सींचपाल से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हुआ।
कार्यवाही की मांग
इस मामले में क्षेत्रीय लोगों ने उच्च स्तरीय जांच कर कड़ी कार्यवाही मांग की है।
यदि जांच में सहायक अभियंता की रिपोर्ट गलत पाई जाती है, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
आखिर अवैध कब्जाधारियों से जमीन को कब मुक्त कराया जायेगा?