लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल माने जा रहे नगर निकाय चुनाव के लिए पहला चरण का मतदान कल गुरुवार को होगा। पहले चरण में 37 जिलों में चुनाव होना है। जिनमें भाजपा प्रत्याशियों के साथ प्रदेश के 23 मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम सहित संगठन के पदाधिकारियों ने पहले चरण के लिए ताबड़तोड़ जनसभाएं की हैं। पहले चरण के लिए सीएम योगी ने 26 सभाएं कीं, जबकि अखिलेश यादव ने तीन दिन में चार रैलियां कीं। पहले चरण में कुल 7,592 पदों के लिए 44,235 उम्मीदवार मैदान में हैं। महापौर के 122 पदों के लिए वोटिंग होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्वाचन क्षेत्र गोरखपुर में भी गुरुवार को ही मतदान होना है। गोरखपुर में भाजपा ने डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव को प्रत्याशी बनाया है। मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश के हर जिले में जाकर जनसभा कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने गोरखपुर पर भी पूरा फोकस किया है। सीएम योगी वहां चुनावी सभाएं कर चुके हैं। गोरखपुर में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना प्रभारी मंत्री हैं। ऐसे में यह सीट बेहद महत्वपूर्ण है। सबकी नजर गोरखपुर पर लगी है। प्रयागराज में भी पहले चरण में मतदान होना है।
इस बार भाजपा ने औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की पत्नी अभिलाषा नंदी का टिकट काटकर पार्टी के महानगर अध्यक्ष उमेश चंद्र गणेश केसरवानी को प्रत्याशी बनाया है। पत्नी की टिकट कटने के बाद से मंत्री नंदी के नाराज चलने की बात भी सामने आ रही है। हालांकि वह पार्टी प्रत्याशी उमेश चंद्र के लिए काम करते दिख रहे हैं। पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में एक दिन पहले सीएम ने जनसभा भी की। वहीं, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी प्रयागराज में चुनाव की कमान संभालने के साथ पूरी ताकत झोंक रखी है। प्रयागराज में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह प्रभारी मंत्री हैं। इनकी भूमिका भी काफी अहम है।
वाराणसी नगर निगम के चुनाव पर पूरे प्रदेश और देश की नजर है। वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है। ऐसे में यहां पर सीएम, डिप्टी सीएम, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह पूरी नजर बनाए हुए हैं। वाराणसी में भाजपा ने क्षेत्रीय मंत्री अशोक तिवारी को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी प्रत्याशी के विरोध और भितरघात की खबर मिलने पर नेतृत्व ने पूरी ताकत झोंक दी है। वाराणसी में आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्रा दयालु, स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन रविंद्र जायसवाल और श्रम कल्याण मंत्री अनिल राजभर की प्रतिष्ठा दांव पर है। वाराणसी में प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह ने भी पूरी ताकत लगाई है।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक पर बड़ा दरोमदार डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक पर निकाय चुनाव में बड़ा दरोमदार है। लखनऊ में भाजपा ने प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुषमा खरकवाल को प्रत्याशी बनाया है। लखनऊ से अभी केवल डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ही मंत्रिमंडल में शामिल हैं। ऐसे में उन पर लखनऊ समेत अपने प्रभार वाले 25 जिलों की भी जिम्मेदारी है। प्रत्याशी को जिताने के लिए डिप्टी सीएम लगातार लोगों से बात कर माहौल बनाने में जुटे हैं। लखनऊ में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना पर भी काफी जिम्मेदारी है।