Agra News, किरावली: फतेहपुर सीकरी विधानसभा क्षेत्र में एक युवा नेता की अचानक सक्रियता ने राजनीतिक गलियारों और क्षेत्रीय लोगों के बीच कौतूहल और चर्चा का विषय पैदा कर दिया है। यह युवा नेता दर्जनों भर वाहनों के साथ क्षेत्रीय सड़कों पर रोड शो कर ‘धमाल’ मचा रहा है, और स्वयं को भाजपा नेता के रूप में प्रचारित कर रहा है। उसकी इस सक्रियता को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मानो उसे भाजपा शीर्ष नेतृत्व द्वारा चुनाव लड़ने का ‘लाइसेंस’ मिल गया हो, जबकि हकीकत कुछ और ही है।
जिलाध्यक्ष ने किया ‘अनजान’, शीर्ष नेतृत्व को दी सूचना
इस युवा नेता की चहलकदमी से क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता भी हैरान हैं। इस बीच, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत पौनिया ने इस युवा नेता के भाजपा कार्यकर्ता होने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट करते हुए बताया है कि ‘चौधरी अमित सिंह’ नामक कोई भी कार्यकर्ता भाजपा में शामिल नहीं है। जिलाध्यक्ष ने इस ‘जालसाजी’ को लेकर भाजपा के शीर्ष नेताओं को भी अवगत करा दिया है।
फतेहपुर सीकरी सीट पर लंबी है दावेदारों की फेहरिस्त
यह समझना महत्वपूर्ण है कि फतेहपुर सीकरी विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट पाने के लिए कई नेता लालायित हैं और अपने मंसूबे पाले हुए हैं। भाजपा सूत्रों की मानें तो इस सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ने वालों की एक लंबी फेहरिस्त है, जिनमें मौजूदा विधायक चौधरी बाबूलाल, उनके बेटे डॉ. रामेश्वर चौधरी, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि गुड्डू चाहर, भाजपा-रालोद गठबंधन के बृजेश चाहर, किसान संघ के मोहनसिंह चाहर, अछनेरा के पूर्व चेयरमैन डॉ. अशोक अग्रवाल, जिलाध्यक्ष प्रशांत पौनिया, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक राना, जितेंद्र फौजदार, और पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह के पुत्र डॉ. संजीव पाल सिंह जैसे बड़े नाम शामिल हैं। ऐसे में इस ‘कथित’ युवा नेता की अचानक सक्रियता और भी अधिक संदेह पैदा कर रही है।
मथुरा कनेक्शन और गंभीर आरोप
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि यह ‘कथित’ भाजपा नेता मथुरा जिले का निवासी है। वह दर्जन भर गाड़ियों के काफिले के साथ सड़कों पर रोड शो कर रहा है और क्षेत्रीय लोगों को विकास के नाम पर लुभावने आश्वासन भी दे रहा है। इतना ही नहीं, क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि यह कथित भाजपा नेता लोगों को प्रभावित करने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर भी ‘रोब’ झाड़ने लगा है। इन आरोपों की पुष्टि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा भी की गई है।
दीवारों पर पेंटिंग, मुकदमों का जाल और अपमानजनक टिप्पणी
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि यह ‘कथित’ भाजपा नेता स्वयं को भाजपा प्रत्याशी के रूप में प्रचारित करने लगा है। गांव और कस्बों की दीवारों पर अपने नाम के प्रचार के लिए वॉल पेंटिंग भी कराई जा रही है।
सूत्रों की मानें तो क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने के लिए इसने दर्जन भर गाड़ियाँ इकट्ठा की हैं। दिलचस्प बात यह है कि स्वयं के द्वारा संचालित गाड़ी पर लिए गए फाइनेंस को वसूलने के लिए कंपनी के लोग भी इसकी तलाश कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस युवा नेता के खिलाफ थाना शाहगंज में एक मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
सबसे गंभीर बात यह है कि यह युवा नेता कथित तौर पर भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल के खिलाफ भी अपमानजनक टिप्पणी कर चुका है।
यह पूरा प्रकरण भाजपा के अंदरूनी समीकरणों और ऐसे व्यक्तियों की सक्रियता पर सवाल खड़ा करता है जो बिना किसी आधिकारिक पद या संबद्धता के स्वयं को राजनीतिक दल से जोड़कर प्रचारित करते हैं। पुलिस और भाजपा संगठन दोनों को इस मामले में स्पष्टीकरण देने की आवश्यकता है ताकि किसी भी तरह की भ्रामक जानकारी या धोखाधड़ी को रोका जा सके।

