आगरा, जैतपुर: जैतपुर के नौगवां गांव में एक जंगली जानवर के हमले से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। मंगलवार की दोपहर एक जानवर ने तीन साल की बच्ची अर्पिता पर हमला कर दिया, लेकिन उसकी माँ रीमा ने बहादुरी दिखाते हुए उसे बचा लिया। मां के शोर मचाने पर जब लोग मौके पर पहुंचे, तो जानवर वहां से भाग गया। इस हमले में माँ और बेटी दोनों घायल हो गईं, जिन्हें इलाज के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
हमलावर जानवर की पहचान को लेकर वन विभाग उलझा
शुरुआत में ग्रामीणों ने हमले के लिए तेंदुए को जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन वन विभाग की टीम दो दिन की पड़ताल के बाद भी हमलावर जानवर की पहचान नहीं कर पाई है। जैतपुर के रेंजर कोमल सिंह ने बताया कि नौगवां और आसपास के इलाकों में तेंदुआ नहीं है। उन्होंने कहा कि हमलावर जानवर लकड़बग्घा या सियार हो सकता है, जिसकी पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
रेंजर ने यह भी बताया कि अब तक जानवर के कोई पदचिह्न (फुटमार्क) नहीं मिले हैं। वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और किसी भी जंगली जानवर के दिखने पर तुरंत सूचित करने की सलाह दी है। गांव में दहशत का माहौल है और लोग डर के साए में जी रहे हैं।