अयोध्या: राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा और भव्यता को बढ़ाने के लिए अब पूरे मंदिर क्षेत्र को एक मजबूत चारदीवारी से घेरा जाएगा। लगभग चार किलोमीटर लंबी इस बाउंड्रीवॉल का निर्माण कार्य इसी महीने के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है। इस परियोजना पर 40 से 50 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है और इसे 18 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है।
निर्माण समिति की बैठक
यह जानकारी राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने दी। उन्होंने बताया कि समिति की दो दिवसीय बैठक में इस चारदीवारी की विस्तृत कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा।
मिश्र ने यह भी बताया कि मंदिर और परिसर का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है। 800 मीटर लंबे परकोटा का बचा हुआ काम भी तेजी से पूरा किया जा रहा है और अगले दो महीनों में यह पूरा हो जाएगा।
वाटिका और लाइटिंग पर भी काम जारी
- भव्य वाटिका: मंदिर परिसर में 20 एकड़ में एक सुंदर वाटिका विकसित की जा रही है, जो श्रद्धालुओं के लिए ध्यान और शांति का केंद्र बनेगी।
- रामकथा के चित्र: मंदिर की निचली प्लिंथ पर रामकथा से जुड़े प्रसंगों की चित्रकारी का 90% काम पूरा हो चुका है।
- विशेष प्रकाश व्यवस्था: मंदिर को रोशन करने के लिए एक विशेष प्रकाश व्यवस्था की योजना को भी अंतिम रूप दिया गया है। जल्द ही इसका ठेका किसी कंपनी को दिया जाएगा।
ये सभी प्रयास राम मंदिर को एक सुरक्षित, आध्यात्मिक और स्थापत्य के चमत्कार के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं, जिससे आने वाले समय में श्रद्धालुओं को एक और भव्य अनुभव मिलेगा।