आगरा। जिला मुख्यालय पर फैक्ट्रियों के मजदूरों का संघर्ष जारी है, जिन्होंने अब मंडलायुक्त कार्यालय पर जाकर न्याय की भीख मांगी। पिछले कुछ महीनों से सड़कों पर आंदोलन कर रहे इन मजदूरों ने अब खाली कटोरे हाथों में लेकर यह संदेश दिया कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वे ताजमहल पर जाकर भीख मांगेंगे। उनका यह प्रदर्शन तब हुआ जब उन्होंने शहर की छह प्रमुख फैक्ट्रियों के मालिकों से वेतन, बोनस, ग्रेच्युटी, प्रोविडेंट फंड और ईएसआई जैसे अधिकारों का भुगतान न होने पर प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई।
मजदूरों की कठिनाई
संजय प्लेस स्थित शहीद स्मारक पर 11 जून से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे मजदूरों का कहना है कि फैक्ट्री मालिकों द्वारा महीनों तक वेतन का भुगतान नहीं किया जाता, और जो दिया जाता है, वह भी कई हिस्सों में बांटकर दिया जाता है। इसके अलावा, बोनस नहीं दिया जा रहा है, जबकि वृद्ध मजदूरों को बिना रिटायरमेंट के काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। सबसे गंभीर आरोप यह है कि मालिकों ने न तो उनका प्रोविडेंट फंड और न ही ईएसआई जमा किया है। इसके बावजूद पुलिस इन फैक्ट्री मालिकों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जिससे मजदूरों के बीच आक्रोश और निराशा बढ़ गई है।
मंडलायुक्त दफ्तर पर प्रदर्शन
आखिरकार मजदूरों ने मंडलायुक्त कार्यालय का रुख किया, जहां उन्होंने खाली कटोरे लेकर अपनी पीड़ा व्यक्त की। मजदूर नेता चौधरी दिलीप सिंह ने बताया कि वे अब तक केवल आश्वासन ही पा रहे हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। मजदूरों के परिवार भूखमरी के कगार पर हैं, और प्रशासन द्वारा फैक्ट्री मालिकों पर कोई सख्त कार्रवाई न करने से उनकी परेशानियां और बढ़ गई हैं।
मजदूरों ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान जल्द नहीं हुआ, तो 4 दिसंबर से वे मंडलायुक्त कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे।
किसान नेता भी समर्थन में
इस संघर्ष में अब किसानों ने भी मजदूरों के पक्ष में आवाज उठाई है। किसान नेता श्याम सिंह चाहर और सत्यवीर सिंह चाहर ने ऐलान किया कि अगर मजदूरों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो किसान भी इस आंदोलन में कूद पड़ेंगे।
प्रशासन ने जल्द ही समस्याओं के समाधान का दिया आश्वासन
मजदूरों के तीखे तेवरों के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ। अपर आयुक्त प्रशासन राजेश कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट वेद सिंह चौहान और उप श्रमायुक्त राकेश कुमार द्विवेदी ने मजदूरों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी। प्रशासन ने फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा भी दिलाया।
प्रदर्शन में ये लोग हुए शामिल
कमिश्नरी पर हुए इस प्रदर्शन में कई मजदूर नेता और समाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें विष्णु भगवान शर्मा, चौधरी रोहन सिंह, खरग सिंह, भीकचंद्र उपाध्याय, विजेंद्र कुशवाह, केशव बघेल, और अन्य शामिल थे। सभी ने मजदूरों के संघर्ष में उनका समर्थन किया और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की।