आगरा। विकास खंड फतेहपुर सीकरी के ग्राम सिकरौदा निवासी गिरधारी लाल पांडव व्यवसाय, प्रकाशित पुस्तकें, अप्रकाशित पुस्तकें,प्रसारण आदि वीरांगना शेफाली के माध्यम से जाना जाता है । आपको बताते चलें कि गिरधारी लाल पांडव एक सामाजिक जीवन में एक अच्छी वैचारिक भावनाओं को रखकर मतभेद को दूर रखते हैं उनकी जीवन की पहली प्राथमिकता है।
मंगलवार को मरूवाई देवी कन्या शाला समिति द्वारा संचालित एम बीड़ी कॉलेज दूरा में डॉ गिरधारी लाल पांडव का जोरदार स्वागत हुआ। कॉलेज प्रबंधक डॉ भूरी सिंह ने पगड़ी बाधकर एवं माला पहनाकर माता जी की प्रतिमा देकर जोरदार स्वागत किया। समाज सेवी विपिन अग्रवाल ने बताया कि गिरधारी लाल पांडव जी ने श्री पघरूप,सारांश,श्री गीता तथा श्री गीता सार की पुस्तकें भी प्रकाशित की है । अभी हाल में ही विश्व साहित्य सेवा ट्रस्ट एवं निखिल प्रकाशन समूह आगरा द्वारा राष्ट्र गौरव सम्मान से अलंकृत किया गया।
समाजसेवी महेश शुक्ला ने बताया की गिरधारी लाल पांडव का जन्म 1जनवरी 1949 को हुआ था ये उम्र की दौड़ से ही शिक्षा के क्षेत्र में रुचि रखने लग गए साथ ही विद्यालय समिति द्वारा सिकरौदा ग्राम प्रधान अम्बिका पहलवान जी का स्वागत किया गया।
समारोह में उपस्थित डॉ भूरी सिंह, फ़ौरन सिंह, तुलाराम कहरवार, विपिन अग्रवाल, विराट कहरवार, महेश शुक्ला, राजकुमार, सुभाष उप्रेती, रामतार, सुभम, हिमांशु, ऋषि आदि उपस्थित रहे।