मुरादाबाद: मुरादाबाद जिले के कप्तान ऑफिस में एक महिला ने बैनर लेकर पहुंचकर सबको चौंका दिया। बैनर पर लिखा था “योगी जी, मुझे इंसाफ चाहिए”, और यह महिला अपनी मासूम बेटी के साथ यहां आई थी। महिला का कहना है कि उसके पति ने उसे घर से बाहर निकाल दिया है और अब 8 महीने से उसका फोन नंबर भी ब्लॉक कर रखा है। महिला ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं का सम्मान करती है, तो उसे इंसाफ मिलना चाहिए।
महिला का नाम प्रिया रस्तोगी है, जो बरेली की रहने वाली हैं। उन्होंने बताया कि उनकी शादी 8 साल पहले मुरादाबाद के मुगलपुरा थाना क्षेत्र के निवासी निशांत रस्तोगी से हुई थी। शादी के बाद पहले 2 साल में सब कुछ ठीक था, लेकिन इसके बाद दहेज के लिए ससुरालवाले उन्हें प्रताड़ित करने लगे। इसके अलावा उनके जेठ ने भी उन्हें अपमानित किया।
प्रिया ने बताया कि ससुरालवालों की प्रताड़ना से तंग आकर उसने बरेली में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। इस मामले में डर के चलते ससुरालवाले जेल जाने से बचने के लिए उसे मुरादाबाद ले आए। हालांकि, कुछ दिनों तक ससुरालवाले ने उसे ठीक से रखा, लेकिन बाद में उनकी प्रताड़ना फिर शुरू हो गई और उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया।
महिला की पीड़ा और न्याय की मांग
प्रिया ने कहा कि वह 8 महीने से अपने मायके में रह रही है और उसकी मासूम बेटी को भी घर से बाहर निकाल दिया गया है। प्रिया का कहना है कि अब उसे कोई उम्मीद नहीं रही क्योंकि स्थानीय पुलिस भी उसकी कोई मदद नहीं कर रही है। उन्होंने बताया कि उनके पति ने उनका नंबर ब्लॉक कर रखा है और अब वह तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी डाल रहे हैं। प्रिया का कहना है कि वह अपने पति के साथ रहना चाहती हैं, लेकिन पति फ्री में तलाक लेना चाहते हैं।
महिला के लिए उम्मीद की एक किरण
प्रिया ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें इंसाफ मिलता है, तो उन्हें विश्वास होगा कि सच में उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं का सम्मान करती है।
विशेषज्ञों की राय
इस मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि दहेज अधिनियम के मामलों में महिलाओं को न्याय मिलना बहुत मुश्किल हो गया है। अक्सर पुलिस गंभीर धाराओं को हटाकर मामूली धाराओं में ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है, जिससे वे आसानी से बेल पा जाते हैं। उन्होंने सरकार से उम्मीद जताई कि दहेज अधिनियम के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि घर से बाहर हुई महिलाओं को न्याय मिल सके।
