वृन्दावन। श्रीधाम वृन्दावन के प्राचीन सप्तदेवालयों में से एक प्रमुख श्री राधारमण मंदिर में शीतकालीन सेवा महोत्सव इस वर्ष भी निष्ठापूर्वक और पारंपरिक रूप से मनाया जा रहा है। आचार्य श्रीवत्स गोस्वामी जी महाराज और श्री वेणु गोपाल के मार्गदर्शन में 33 दिवसीय शीतकालीन सेवा का आयोजन भक्तिभाव से किया जा रहा है, जिसमें श्री अभिनव गोस्वामी और श्री सुवर्ण गोस्वामी द्वारा श्री राधारमण देव जी की भावपूर्ण सेवा की जा रही है।
शीतकालीन सेवा का आयोजन
शीतकालीन सेवा महोत्सव की शुरुआत प्रतिदिन प्रातः 5:30 बजे मंगला आरती से होती है और रात 9 बजे शयन आरती तक यह प्रक्रिया जारी रहती है। इस सेवा में विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि ठाकुर जी को ठंड से बचाने के लिए गर्म वस्त्र पहनाए जाएं और ओढ़ाए जाएं। ठंड के मौसम में उन्हें गर्म रखने के लिए मेवा युक्त भोग अर्पित किया जा रहा है। इस दौरान ठाकुर जी के सामने रजत सिगड़ी रखी जाती है, जिससे वे आंच तापते हैं।
धार्मिक पाठ और पूजा
प्रति दिन प्रातः 25 ब्राह्मणों से श्रीमद्भागवत, नारायण कवच, गोपाल सहस्रनाम और चैतन्य चरितामृत का पाठ कराया जाता है। श्रीमाध्वगौडेश्वर डॉ. अच्युत लाल भट्ट जी द्वारा प्रतिदिन प्रातः श्री भागवत पाठ किया जाता है, जिससे वातावरण में दिव्य और आस्थापूर्ण ऊर्जा का संचार होता है।
राग सेवा का आयोजन
श्री राधारमण देव जी की राग सेवा का आयोजन भी इस महोत्सव का महत्वपूर्ण हिस्सा है। प्रतिदिन राग सेवा के दौरान श्री मदन गोपाल शर्मा द्वारा गायन और कृष्ण गोपाल शर्मा द्वारा वादन किया जाता है, जो भक्तों को एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।
अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तित्व का दर्शन
इस शीतकालीन सेवा महोत्सव के दौरान विभिन्न अधिकारी और गणमान्य व्यक्तित्व भी श्री राधारमण जी के दर्शन करने के लिए पहुंचे। रविवार को मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने श्री राधारमण जी के दर्शन किए और देहरी पूजन किया। वे श्री राधारमण जी के दर्शन से मंत्र-मुग्ध हो गए।
सौर ऊर्जा का अभूतपूर्व कदम
आचार्य श्रीवत्स गोस्वामी जी महाराज की प्रेरणा से इस महोत्सव के दौरान मंदिर में सोलर ऊर्जा की स्थापना की गई है, जिससे मंदिर की विद्युत उपभोग अब आत्मनिर्भर हो गया है। इसके साथ ही, आचार्य जी की प्रेरणा से श्री राधारमण देव जी के रास चबूतरे का संरक्षण और लोकार्पण भी किया गया है। यह कदम मंदिर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
कलाकारों का योगदान
इस महोत्सव में देशभर के विख्यात कलाकार राग सेवा में भाग ले रहे हैं और ठाकुर जी को रिझा रहे हैं। इस अवसर पर श्रीमती आस्था गोस्वामी, देवाशीष डे, श्रीमती मनीषा अग्रवाल, देवादित्य चक्रवर्ती, कुंवर किशोर, अमित मलिक, श्रीमती सौम्या डे, श्री शुभंकर डे, श्रीमती संगीता बंदोपाध्याय जैसी प्रतिभाओं ने राग सेवा का आयोजन किया और अपने इष्ट को मंत्र-मुग्ध किया।
निष्कलंक सेवा और आध्यात्मिक जागृति
श्री राधारमण मंदिर का यह शीतकालीन सेवा महोत्सव न केवल धार्मिक सेवा का प्रतीक है, बल्कि यह भक्तों में आध्यात्मिक जागृति और श्रद्धा का भी संचार करता है। यह आयोजन हर व्यक्ति को भक्ति और श्रद्धा के रास्ते पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है और श्री राधारमण देव जी की दिव्य सेवा में अपने जीवन को समर्पित करने का एक अद्भुत अवसर प्रदान करता है।
यह शीतकालीन सेवा महोत्सव श्री राधारमण मंदिर के प्रति भक्तों की श्रद्धा और भक्ति को अभिव्यक्त करने का एक प्रभावी तरीका है। यह आयोजन न केवल भक्तों को धार्मिक अनुभूति का अहसास कराता है, बल्कि साथ ही साथ समाज में सेवा, समर्पण और आध्यात्मिकता की भावना को भी बढ़ावा देता है।