जोया खान नाम की महिला ने नोएडा पुलिस की गिरफ्त में आकर स्पूफिंग कॉल के जरिए ठगी की चौंकाने वाली कहानी बताई है। वह दुबई के सर्वर का इस्तेमाल करके अपने कॉलर आईडी को बदलकर वरिष्ठ अधिकारियों का रूप धारण करती थी। आरोप है कि उसने आईएएस, आईपीएस और रॉ अधिकारियों के नाम से लोगों को धमकाया और उनसे पैसे वसूले।
नोएडा: नोएडा पुलिस ने गुरुवार को जोया खान को रिमांड पर लिया है, जो स्पूफिंग कॉल के माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों पर दबाव बनाने के आरोप में गिरफ्तार हुई है। जोया खान मेरठ की रहने वाली है और उसने दुबई के सर्वर का उपयोग कर स्पूफिंग तकनीक से कॉलर आईडी बदलने की साजिश रची थी।
जोया ने अपने खिलाफ लगे आरोपों का सामना करते हुए बताया कि उसने आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की पहचान बनाकर कॉल की थी। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि उसने अपने साथी गौरव अग्रवाल की पत्नी गितिका की चचेरी ननद के पति की मौत के मामले में स्पूफिंग कॉल की थी। इस मामले में उसने थाना सेक्टर-142 के एसएचओ को भी धमकाया था।
स्पूफिंग तकनीक का खुलासा
स्पूफिंग कॉल में कॉलर अपनी आईडी को बदल देता है, जिससे ऐसा लगता है कि कॉल विश्वसनीय नंबर से आ रही है। जोया ने बताया कि उसने “पोर्टसिप” नामक एप्लिकेशन डाउनलोड किया था, जिससे उसने अधिकारियों को फर्जी कॉल की। उसने यह भी बताया कि अन्य रिश्तेदारों को भी इसी तकनीक से धमकाया गया।
ठगी की जानकारी
जोया ने दावा किया कि उसने स्पूफिंग सॉफ्टवेयर की भुगतान के लिए अपने एक सहयोगी को धोखा देकर 8000 रुपये हासिल किए थे। इस धन का उपयोग उसने क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए किया। नोएडा पुलिस के डीसीपी सेंट्रल शक्ति अवस्थी ने बताया कि जोया जहां भी जाती थी, वहां एस्कॉर्ट की मांग करती थी।
विभिन्न थानों में मामला दर्ज
जोया के खिलाफ नोएडा के थाना बिसरख, मेरठ के थाना सिविल लाइंस और गुरुग्राम के थाना सेक्टर 29 डीएलएफ पर मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस अब जोya के साथी गौरव अग्रवाल और अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है।
सुरक्षा का खतरा
कॉल स्पूफिंग एक खतरनाक तकनीक है, क्योंकि इसके द्वारा किसी भी नंबर का गलत उपयोग किया जा सकता है, बिना उस व्यक्ति को पता चले। जोya खान की गिरफ्तारी ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।