राया में मजदूरों के आने की सूचना से मचा हडकंप
कोमक सोलंकी
मथुरा। पूरे देश में लाकडाउन है। इसके बावजूद 200 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर छह मजदूर चेन्नई से राया पहुंच गये। यह सब तब हुआ जब देश में रेल और सडक यातायात पूरी तरह स बंद है। इन्हें कहीं रोका टोका नहीं गया। कहीं क्वारंटीन नहीं किया गय और नहीं कहीं इनकी जांच और चैकिंग हुई। इस घटना ने लाॅकडाउन की सख्ती पर ही सवाल उठा दिये हैं।
चेन्नई में मजदूरी कर रहे छह मजदूर लॉकडाउन के चलते सड़क परिवहन और रेल यातायात बंद होने के बावजूद अपने घर लौट आये। चेन्नई से राया की करीब 2019 किलोमीटर की दूरी इन लोगों छह दिन में पूरी की। कभी पैदल चले तो कभी ट्रकों का सहारा लिया। इस दौरान तमाम परेशानियां झेलीं और अंत में अपने घर पहुंच ही गये। छोटू ने बताया कि होली पर राया आए वहां के ठेकेदार डालचन्द्र से काम धंधे को लेकर बातचीत हुई तो उसने चेन्नई जाने को कहा। उसने फोन पर बात भी करा दी। सारी बात होने के बाद राया के छोटू, हिमांशु, जयप्रकाश, मोहित, तेजवीर और अंशु 14 मार्च को यहां से अंडमान एक्सप्रेस द्वारा चेन्नई के लिए रवाना हुए थे और 16 मार्च को चेन्नई पहुंच गये। वहां एक फैक्ट्री में उनको कार्य मिल गया। काम चालू भी हो गया, लेकिन जब लॉकडाउन हुआ तो फैक्ट्री ने सभी मजदूरों को बाहर कर दिया।
आशु ने बताया कि जब वह राया से चले थे तो कुछ रुपये घर से ले गए थे। सोचा था वहां पर काम शुरू हो जायेगा और कम्पनी पैसा देगी तो खर्च के लिए घर पर भेज देंगे। कुछ अपने लिए भी काम में आ जायेंगे। लेकिन उनको पता नहीं था कि लॉकडाउन होने के बाद उन्हें इतनी बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। फिर भी वहां पर लॉकडाउन का प्रथम चरण तो घर से लाए पैसों से कट गया, लेकिन जब दूसरे चरण की घोषणा हुई तो वहां रहना मुश्किल हो गया और वे सभी छह लोग वहां से चल दिए। मोहित, जयप्रकाश ने बताया कि मथुरा से चेन्नई की दूरी 2019 किलोमीटर है। लेकिन किसी ने भी हिम्मत नहीं हारी। पैदल ही चल दिये। रास्ते में ट्रक आदि वाहनों ने बैठा लिया तो उसमें भी बैठ गये। जहां उतार देते तो फिर पैदल चल देते। इस तरह कभी पैदल चले तो कभी किसी वाहन से रास्ता तय किया।
इस दौरान काफी परेशानी झेली। धूप में पैदल चलने पर परेशान हो जाते थे। इन लोगों ने बताया कि कुछ बिस्किट साथ रख ली थीं। जिन्हें खा लेते। कुछ जगह रास्ते में खाना बांटने वाले लोग भी मिले। उस खाने को खाकर भूख मिटाई और फिर और अंत में अपने घर आ गए हैं। यहां पर आने के बाद सुबह स्वास्थ्य का परीक्षण कराया है।