न्यूर्याक । स्त्री-पुरुष के अंतरंग सुखों की पराकाष्ठा की सीमा को लेकर कई व्य़ाख्याएं आपने सुनी होगी पर शोधों के मुताबिक इस क्रीड़ा के समय महिलाएं अक्सर ज्यादा आवाज निकालती हैं। वे ऐसा इसलिए करती हैं ताकि उनके साथी बेहतर ऑर्गज्म (चरम सुख) पा सकें। 18 से 48 साल की 71 सेक्शुअली एक्टिव महिलाओं पर किए गए शोध के बाद यह बात सामने आई कि महिलाओं को फोरप्ले और दूसरी गतिविधियों के दौरान ऑर्गज्म मिल जाता है और सेक्स के दौरान वह अपने साथी को क्लाइमेक्स पर पहुंचाने के लिए आवाजें निकालती हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ लैंकशेर और यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स में हुए रिसर्च में 66 फीसदी महिलाओं ने यह बात मानी कि आवाजें निकालने से उनके साथी का इजैकुलेशन जल्दी होता है। वहीं 92 फीसदी ने माना कि आवाजें निकालने से सेक्शुअल गतिविधि के दौरान उनका और उनके पार्टनर का आत्मविश्वास बढ़ता है। वे साथी को बूस्टअप करने के लिए आवाजें निकालते हैं। बायॉमेडिकल सायंटिस्ट और सेक्सॉलजिस्ट रॉय लेविन ने सेक्स के दौरान आवाज निकालने के पीछे ये 4 वजहें बताई हैं। हम जाने-अनजाने अपने साथी को यह बताते हैं कि जो चल रहा है, हम उसे पसंद कर रहे हैं या फिर उनके ऐक्ट से उन्हें अच्छा लगा, यह जताने के लिए आवाज निकालते हैं।
आवाजें निकालना या साथी की आवाज सुनना उत्तेजना को बढ़ाता है। सांयंटिस्ट्स ने इसे हेडॉनिक ऐम्प्लिफिकेशन का नाम दिया। लेविन ने बताया कि इन आवाजों के पीछ कुछ छिपी हुई वजहें भी हो सकती हैं जैसे, आवाजें हमारी एक्साइटमेंट प्रॉसेस को क्लाइमेक्स के लिए तैयार करती हों। शोधकर्ताओं का मानना है कि सेक्स के दौरान आवाजें निकालकर मिलने वाली खुशी को बढ़ाने के लिए अपने आप ही आवाजें निकालते हैं।