आर.बी.एस. कॉलेज आगरा में राष्ट्रीय विचार संगोष्ठी का आयोजन

Praveen Sharma
3 Min Read

आगरा: आर. बी. एस. कॉलेज, आगरा के शिक्षक शिक्षा संकाय और प्रज्ञा प्रवाह – ब्रज प्रान्त के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का विषय था – “भारतीय संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन में महापुरुषों का योगदान: राणा सांगा, डॉ भीमराव अंबेडकर एवं तेजाजी (जाट के विशेष संदर्भ में)”।

भव्य स्वागत और सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ

इस अवसर पर शिक्षा संकाय के विद्यार्थियों ने पारंपरिक भारतीय संस्कृति के अनुसार अतिथियों का तिलक, वंदन और पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। एम. एड. की शोधार्थी लक्ष्मी ने मधुर सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर पूरे वातावरण को संगीतमय और भक्तिमय बना दिया।

See also  आगरा ,जनपद में तीन माह तक भटकती रही दुखियारी मां, पुलिस आयुक्त के हस्तक्षेप पर दर्ज किया किरावली पुलिस ने  मुकदमा

कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ कॉलेज के प्राचार्य प्रो. विजय श्रीवास्तव द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया।

प्राचार्य का अध्यक्षीय उद्बोधन

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. विजय श्रीवास्तव ने कहा कि संस्कृति ही हमारी पहचान है और इसी से हमारा अस्तित्व है। उन्होंने भारतीय संस्कृति के महत्व पर प्रकाश डाला।

मुख्य अतिथि का ऐतिहासिक व्याख्यान

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार डॉ० सुरेंद्र सिंह ने अपने वक्तव्य में ऐतिहासिक महापुरुष राणा सांगा के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कई अनछुए ऐतिहासिक तथ्यों से श्रोताओं को परिचित कराया।

विशिष्ट अतिथियों के विचार

विशिष्ट अतिथि प्रो. विनोद कुमार (पूर्व विभागाध्यक्ष) ने कहा कि किसी भी सृजन का मूल आधार ईश्वरीय शक्ति ही होती है। इसी क्रम में प्रज्ञा प्रवाह ब्रज प्रान्त के शोध सह समन्वयक राजपाल सिंह ने भारतीय संस्कृति पर और अधिक शोध की आवश्यकता पर जोर दिया।

See also  एटा का 'गुदड़ी का लाल' बना सितारा, पहले ही प्रयास में NDA परीक्षा टॉप कर रचा इतिहास

डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा के इंजीनियरिंग एवं तकनीकी संस्थान के विभागाध्यक्ष प्रो. वी. के. सारस्वत ने एक प्रेरणादायक कहानी के माध्यम से सकारात्मक चिंतन के महत्व को समझाया।

शोध पत्रों का प्रस्तुतीकरण

तकनीकी सत्र के दौरान पीएचडी शोधार्थियों, एम.एड. और बी.एड. के विद्यार्थियों द्वारा 113 से अधिक शोध पत्रों और आलेखों का प्रस्तुतीकरण किया गया, जिसमें भारतीय संस्कृति और महापुरुषों के योगदान पर उनके शोध कार्यों को साझा किया गया।

सफल संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन

कार्यक्रम का सफल संचालन लक्ष्मी और संजना सोलंकी ने किया। कार्यक्रम के समापन पर कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर बसंत बहादुर सिंह ने सभी छात्रों और उपस्थित अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

See also  UP: दलित लड़की से दरिंदगी: गैंगरेप, तेजाब से 'ॐ' मिटाया, जबरन खिलाया मांस

इस अवसर पर मनोज गुप्ता, संकाय के डॉ. हरीश चंद्रा, प्रमेश पाल, सुरेश कुमार सिंह, डॉ. ज्योति द्विवेदी, डॉ. अक्षय कुमार, दिनेश कुमार आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

See also  एटा का 'गुदड़ी का लाल' बना सितारा, पहले ही प्रयास में NDA परीक्षा टॉप कर रचा इतिहास
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement