नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा उठाए जा रहे सख्त कदमों से पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया है। केंद्रीय कैबिनेट सुरक्षा समिति (सीसीएस) की बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ लिए गए कई कड़े फैसलों के जवाब में, पाकिस्तान सरकार ने भी भारतीय एयरलाइंस के लिए अपने हवाई क्षेत्र (एयरस्पेस) को बंद करने का निर्णय लिया है।
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सीसीएस की बैठक में भारत ने अटारी चेक पोस्ट को बंद करने और पाकिस्तान के नागरिकों को 48 घंटों के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया है। इससे पाकिस्तान में खलबली मच गई है।
अब, अपनी झुंझलाहट और बेचैनी को दर्शाते हुए, पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइंस के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। इसका सीधा मतलब यह है कि अब भारत की कोई भी एयरलाइन पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उपयोग करके किसी भी गंतव्य तक नहीं जा पाएगी। इसके साथ ही, पाकिस्तान ने वाघा बॉर्डर को भी बंद करने की घोषणा की है।
पीएम मोदी ने नहीं किया पाकिस्तानी एयरस्पेस का इस्तेमाल
पहलगाम हमले से ठीक पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के आधिकारिक दौरे पर रवाना हुए थे। हालांकि, जैसे ही उन्हें हमले की खबर मिली, उन्होंने अपना दौरा तुरंत रद्द कर दिया और भारत लौट आए। उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी का विमान सऊदी अरब जाते समय पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से होकर गुजरा था।
लेकिन, वापसी के समय उन्होंने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उपयोग नहीं किया। उनकी वापसी का मार्ग ओमान के बाद गुजरात, राजस्थान होते हुए दिल्ली तक रहा। पाकिस्तान ने यह भी कहा है कि सिंधु जल समझौते को रद्द करना भी युद्ध की पहल के समान होगा।
पाकिस्तान के इन कदमों से स्पष्ट है कि पहलगाम हमले के बाद भारत के सख्त रुख से वह कितना विचलित है। भारत सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह इस आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देगी और आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।