झाँसी, सुल्तान आब्दी: नॉर्थ सेंट्रल रेलवे मैन्स यूनियन (एनसीआरएमयू) का अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को चौथे दिन भी जारी रहा। टीआरएस (कर्षण अनुरक्षण प्रणाली) और डीजल शेड के कर्मचारियों ने भारी संख्या में एकजुट होकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और अपना आक्रोश व्यक्त किया।
मंडल सचिव अमर सिंह और मंडल अध्यक्ष हुकम सिंह चौहान के निर्देशन में यह क्रमिक विरोध प्रदर्शन चल रहा है। विद्युत लोको शेड झाँसी में शाखा अध्यक्ष जे बी खरे के नेतृत्व में और डीजल लोको शेड झाँसी में शाखा सचिव कामरेड बृज मोहन सिंह के नेतृत्व में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।
डीजल और टीआरएस शेड के कर्मचारियों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जब तक शाखा के दोनों शेडों की सभी समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता, तब तक उनका यह विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा। कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर दृढ़ संकल्प दिखाया।
इस विरोध प्रदर्शन में संयुक्त सचिव के के मिश्रा, कार्यकारी अध्यक्ष कामरेड आयाज अहमद, कामरेड राज कुमार शर्मा, प्रदीप पाल, तेज सिंह मीणा, नितिन जैन, ध्यान चंद शाक्य, सतेन्द्र सिंह, गौरव सिंह सेंगर, विनीत श्रीवास्तव, मुकेश मीणा, रविन्द्र कुशवाहा, राहुल दुबे, छोटे राजा, कमलेश शर्मा, मानसिंह मीना, रवि प्रकाश, सत्येंद्र सिंह, सईद अहमद, अमित गुप्ता, अरुण लहरिया, मृदुल गुप्ता, आनंद बाबू शर्मा, अमित सिन्हा, ओम प्रकाश यादव, वसीम अहमद, मोहित शर्मा, अनिल गुप्ता, सतीश शाक्य, नितिन गुप्ता, सोहेल खान, वीरेंद्र पेंटर, उमेश महतो, जगदीश रायकवार, मुख़्तार गवर्नर, दीपक तोमर, दीपक झा, नारायण सिंह, नीरज, राजेंद्र प्रसाद, बिहारी लाल, मुन्ना कुमार, उमंग, मनोज कुमार, महेंद्र पाल, मुख़्तार अहमद (ट्रैकशन मोटर), विशाल वर्मा, नवल किशोर, लक्ष्मण सेन, आनंद सिन्हा, दिलीप रजक, प्रांजल खरे, इनायत बेग, अरुण लहरिया, सुनील रायक्रवार, अखिल चंदेले, सलीम अली, रवि यादव, सिद्धार्थ सहारिया, शैलेन्द्र दुबे, हाफिज खान, अमित बर्नवाल, विकास दुबे, आनंद मिश्रा, बनवारी लाल मीना, लोकेश यादव, शिवेंद्र सिंह, अंकित दुबे, रवि कुमार, अनिल कुमार के साथ यूथ विंग के पदाधिकारी और शेड के कई कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कर्मचारियों की एकजुटता और अपनी मांगों के प्रति उनका दृढ़ संकल्प यह दर्शाता है कि आने वाले दिनों में यह विरोध प्रदर्शन और तेज हो सकता है, जब तक कि उनकी मांगों पर प्रशासन द्वारा कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की जाती।