मथुरा: टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के अगले ही दिन भारतीय क्रिकेट के दिग्गज विराट कोहली अपनी पत्नी और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा के साथ आध्यात्मिक नगरी वृंदावन पहुंचे। इस दौरे में उन्होंने केली कुंज पहुंचकर प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज से भेंट की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
संत प्रेमानंद महाराज ने विराट और अनुष्का से बातचीत करते हुए कहा कि जीवन में मिलने वाला वैभव प्रभु की कृपा है, लेकिन इस कृपा को पूरी तरह से अनुभव करने के लिए मनुष्य के अंदर भक्तिमय चिंतन का विकास होना आवश्यक है। उन्होंने सांसारिक सुख-दुख को क्षणिक बताते हुए संत समागम को प्रभु की कृपा प्राप्त करने का महत्वपूर्ण मार्ग बताया। महाराज जी ने कहा कि अनुकूल परिस्थितियों में वैराग्य का भाव मुश्किल होता है, लेकिन विपरीत परिस्थितियों में मन स्वाभाविक रूप से भगवान की ओर झुकता है। इसलिए, जीवन में आने वाली कठिनाइयों को भी भगवान की कृपा समझनी चाहिए।
उन्होंने भगवत गीता का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि इस जन्म में भक्ति अधूरी रह जाती है, तो भगवान अपने भक्त को अगले जन्म में भक्ति का वातावरण और छूटे हुए भजन को पूरा करने का अवसर देते हैं। उन्होंने सभी को वर्तमान में रहते हुए ही भगवान कृष्ण का आंतरिक चिंतन करने की सलाह दी।
अनुष्का शर्मा ने भक्ति के मार्ग पर जिज्ञासा व्यक्त करते हुए पूछा कि क्या केवल भगवान का नाम लेने से भक्ति प्राप्त हो सकती है। इस पर संत प्रेमानंद महाराज ने उत्तर दिया कि कलयुग में केवल ‘राधा’ नाम ही एकमात्र सच्चा और सरल उपाय है, जिसके सहारे भक्ति प्राप्त की जा सकती है।
इस दौरान विराट और अनुष्का ने आश्रम के कामकाज को भी ध्यान से देखा और समझा। यह विराट कोहली का वृंदावन का तीसरा दौरा था। इससे पहले वह 4 जनवरी 2023 और 10 जनवरी 2025 को भी वृंदावन आ चुके थे और दोनों ही बार उन्होंने संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की थी।
विराट कोहली ने सोमवार को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। उन्होंने लिखा था कि टेस्ट क्रिकेट ने उनकी कड़ी परीक्षा ली और उन्हें ऐसे महत्वपूर्ण सबक सिखाए जो वे जीवन भर याद रखेंगे।
