झांसी, उत्तर प्रदेश, सुल्तान आब्दी: आज, 5 जून 2025 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर, झांसी जनपद में पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली “मिशन लाइफ” के अंतर्गत बड़े पैमाने पर विभिन्न गतिविधियों और जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन आयोजनों का उद्देश्य जनभागीदारी बढ़ाना और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाना था।
मंडलायुक्त ने दिलाई पर्यावरण संरक्षण की शपथ: “एक पेड़ सौ पुत्र समान”
मंडलायुक्त बिमल कुमार दुबे ने गंगा दशहरा और विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में सिमरधा बाँध पर आयोजित कार्यक्रम में जनसामान्य को शपथ दिलाई। उन्होंने सभी को प्रकृति से प्रेम करने और पेड़ लगाने का आह्वान करते हुए कहा, “मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि पर्यावरण को बचाने के लिए अपने दैनिक जीवन में हरसंभव बदलाव लाऊँगा और अपने परिवार, मित्रों तथा अन्य लोगों को पर्यावरण के अनुकूल आदतों और व्यवहारों के महत्व के विषय में नियमित तौर से प्रेरित करूँगा।” मंडलायुक्त ने बच्चों सहित ग्रामीण जनों को “एक पेड़ माँ के नाम” लगाने के लिए प्रेरित किया।
बिमल कुमार दुबे ने जोर देकर कहा कि हमें उपलब्ध संसाधनों के विनाशकारी उपभोग के बजाय, विवेकपूर्ण और समझदारी से उनका उपयोग करना चाहिए, और इसे एक जन-अभियान व जन-आन्दोलन बनाना है। उन्होंने बताया कि “मिशन लाइफ” वास्तव में जीवनशैली में परिवर्तन कर जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करने और शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रहने का मूल मंत्र है। भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के 75वें वर्ष में, “मिशन लाइफ” अभियान के अंतर्गत नीति आयोग द्वारा 07 बिंदुओं में कुल 75 गतिविधियाँ चिन्हित की गई हैं, जिनमें ऊर्जा दक्षता, जल संरक्षण, सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग में कमी, सतत् खाद्य प्रणाली, अपशिष्ट में कमी, स्वस्थ जीवन शैली और ई-अपशिष्ट कम करना शामिल है।
जिलाधिकारी का आह्वान: “पेड़ लगाकर सब पर्यावरण दिवस मनाएं”
जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने भी विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सिमरधा बाँध पर वृक्षारोपण कर पर्यावरण के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने लाइफ स्टाइल फॉर एन्वायरमेंट पर आयोजित प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। उपस्थित छात्र-छात्राओं को जल संरक्षण, वायु प्रदूषण रोकने आदि के संबंध में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि “हरी भरी धरती, स्वच्छ वातावरण एवं अविरल, निर्मल व प्रदूषण मुक्त नदियाँ प्रत्येक व्यक्ति के गरिमापूर्ण जीवन हेतु आवश्यक हैं।” उन्होंने सभी से “जिम्मेदार बनें, पर्यावरण बचाएं, पेड़ लगाकर सब पर्यावरण दिवस मनाएं” का आह्वान किया।
इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक बुन्देलखण्ड जोन एच.बी. गिरीश, प्रभागीय वन अधिकारी जे.बी. शैंडे, वन दरोगा सहित वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, स्कूली बच्चे और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।