बेंगलुरु: भारतीय इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बाजार में Ultraviolette Automotive के नए ई-स्कूटर Tesseract ने लॉन्च होते ही तहलका मचा दिया है। मार्च 2025 में लॉन्च हुए इस हाई-टेक स्कूटर को अब तक 70,000 से ज़्यादा बुकिंग मिल चुकी हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। दिलचस्प बात यह है कि इसकी डिलीवरी 2026 की पहली तिमाही से शुरू होनी है, लेकिन उससे पहले ही इसकी बुकिंग पूरी तरह से फुल हो चुकी है। यह सफलता Ola, Ather और TVS जैसी स्थापित कंपनियों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है।
भविष्य की तकनीक से लैस ‘फ्यूचरिस्टिक’ ई-स्कूटर
Ultraviolette Tesseract को सही मायनों में एक फ्यूचरिस्टिक इलेक्ट्रिक स्कूटर कहा जा रहा है। इसमें कई ऐसे एडवांस फीचर्स दिए गए हैं, जो इसे इस सेगमेंट में बेहद खास बनाते हैं और राइडर्स को एक अभूतपूर्व अनुभव प्रदान करते हैं। इनमें शामिल हैं:
- ऑनबोर्ड नेविगेशन: सफर के दौरान रास्ता भटकने की चिंता नहीं।
- वायरलेस चार्जिंग: बिना किसी तार के आसानी से चार्जिंग की सुविधा।
- रडार सिस्टम और ब्लाइंड स्पॉट डिटेक्शन: सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए आसपास के वाहनों का पता लगाने में मदद।
- स्मार्ट डैशकैम: यात्रा के दौरान रिकॉर्डिंग के लिए।
- डुअल-चैनल ABS और हिल होल्ड असिस्ट: बेहतर ब्रेकिंग और ढलान पर आसानी से रुकने में सहायक।
- मल्टी-लेवल ट्रैक्शन और ब्रेकिंग कंट्रोल: अलग-अलग परिस्थितियों में बेहतर नियंत्रण।
दमदार परफॉर्मेंस और वेरिएंट्स की जानकारी
परफॉर्मेंस के मामले में भी Tesseract किसी से कम नहीं है। इसका हाई-स्पेक वेरिएंट 125 किमी/घंटा की टॉप स्पीड देने में सक्षम है, जो इसे हाइवे पर भी एक बेहतरीन विकल्प बनाता है। वहीं, इसका एंट्री-लेवल वर्जन थोड़ी कम पावरफुल हो सकता है, लेकिन रोज़मर्रा की ज़रूरतों और शहरी आवागमन के लिहाज़ से यह पर्याप्त माना जा रहा है।
लॉन्च के समय Tesseract की शुरुआती कीमत ₹1.20 लाख रखी गई थी, जो 50,000 बुकिंग पूरी होने के बाद बढ़कर ₹1.45 लाख हो गई। यह कीमत इसके बेस वेरिएंट (3.5kWh बैटरी) की है। इसके अलावा, कंपनी ने संकेत दिया है कि 5kWh और 6kWh बैटरी वाले अधिक पावरफुल वेरिएंट्स की डिटेल्स साल के अंत तक सामने आने की उम्मीद है।
कंपनी ने यह भी बताया है कि डिलीवरी 2026 की पहली तिमाही से शुरू होगी। जिस तेज़ी से इस स्कूटर को बुकिंग मिल रही है, वह साफ दिखाता है कि Ultraviolette Tesseract भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में एक गेम चेंजर साबित हो सकता है। यह न केवल ग्राहकों को आकर्षित कर रहा है, बल्कि अन्य निर्माताओं को भी इनोवेशन के लिए प्रेरित कर रहा है।