नई दिल्ली: आज के समय में आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score) आपकी फाइनेंशियल सेहत का सबसे महत्वपूर्ण आईना है। चाहे आपको घर खरीदना हो, कार फाइनेंस करानी हो, या फिर एक छोटा पर्सनल लोन चाहिए हो—बैंक और फाइनेंशियल संस्थान सबसे पहले आपका सिबिल स्कोर ही चेक करते हैं। एक अच्छा स्कोर आपको तुरंत लोन दिलाता है, जबकि खराब स्कोर आपकी मुश्किलें बढ़ा सकता है।
तो चलिए, आज हम जानेंगे कि सिबिल स्कोर क्या होता है, यह क्यों गिरता है, और आप इसे स्मार्ट तरीकों से कैसे सुधार सकते हैं, वो भी बिना किसी झंझट के।
सिबिल स्कोर क्या है और क्यों गिरता है?
सिबिल स्कोर 300 से 900 के बीच की एक तीन अंकों की संख्या होती है। यह स्कोर दर्शाता है कि आपने पिछले 24 महीनों में अपने लोन और क्रेडिट कार्ड्स को कितनी ईमानदारी से संभाला है। अगर आपका स्कोर 750 या उससे ऊपर है, तो आप बैंकों की ‘पसंदीदा लिस्ट’ में शामिल हो जाते हैं।
सिबिल स्कोर गिरने की मुख्य वजहें:
- EMI या क्रेडिट कार्ड बिल का लेट या मिस होना: यह सबसे बड़ा कारण है।
- एक साथ बहुत सारे लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना: यह दर्शाता है कि आप वित्तीय संकट में हैं।
- क्रेडिट लिमिट से ज़्यादा खर्च करना: इससे आपका ‘क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो’ बढ़ जाता है।
- पुराना क्रेडिट कार्ड बिना वजह बंद कर देना: इससे आपकी पुरानी और अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री कट जाती है।
खराब सिबिल स्कोर को कैसे सुधारें: 5 स्मार्ट तरीके
चलिए, अब जानते हैं वो 5 आसान और स्मार्ट तरीके, जिनसे आपका क्रेडिट स्कोर धीरे-धीरे बेहतर हो जाएगा:
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लोन और क्रेडिट कार्ड बिल समय पर भरें: यह सबसे ज़रूरी कदम है। भले ही आपकी EMI छोटी हो, लेकिन उसे ड्यू डेट से पहले चुकाना महत्वपूर्ण है। एक दिन की भी देरी आपके स्कोर को खराब कर सकती है।
- टिप: ऑटो-डेबिट ऑप्शन सेट करें ताकि कभी पेमेंट मिस न हो।
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एक साथ बहुत सारे लोन के लिए अप्लाई न करें: अगर आप कम समय में कई लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक को लगता है कि आप वित्तीय परेशानी में हैं। इससे ‘हार्ड इन्क्वायरी’ बढ़ती है और आपका स्कोर गिरता है।
- टिप: जब वास्तव में ज़रूरत हो, तभी नया लोन या क्रेडिट कार्ड लें।
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अपनी क्रेडिट रिपोर्ट हर साल एक बार चेक करें: यह संभव है कि आपकी रिपोर्ट में कोई गलती या पुरानी एंट्री हो जिसे सुधारने की ज़रूरत हो। इसलिए साल में कम से कम एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट ज़रूर चेक करें। अगर कोई गलती दिखे, तो उसे तुरंत CIBIL को रिपोर्ट करें।
- टिप: आप CIBIL की वेबसाइट या Paytm, BankBazaar जैसे ऐप्स पर फ्री में अपनी रिपोर्ट चेक कर सकते हैं।
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क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30% से ज़्यादा इस्तेमाल न करें: अगर आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट ₹1,00,000 है, तो कोशिश करें कि महीने में ₹30,000 से ज़्यादा का खर्च न हो। ज़्यादा खर्च करने से आपका ‘क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो’ बढ़ता है, जिससे स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ता है।
- टिप: अगर ज़्यादा खर्च की ज़रूरत है, तो कार्ड लिमिट बढ़वाने का अनुरोध करें।
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पुराना क्रेडिट कार्ड बंद न करें: भले ही आप किसी पुराने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल न करते हों, उसे चालू रखें। आपकी पुरानी और अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री आपके स्कोर को मज़बूत बनाती है। जब आप पुराना कार्ड बंद करते हैं, तो वह हिस्ट्री भी हट जाती है।
- टिप: पुराने कार्ड से कभी-कभी छोटे-मोटे ट्रांजैक्शन कर लिया करें ताकि वह एक्टिव बना रहे।
बोनस टिप: फ्री में CIBIL Score चेक करें
अब आपको स्कोर चेक करने के लिए किसी विशेषज्ञ के पास जाने की ज़रूरत नहीं है। Paytm, BankBazaar, Paisabazaar जैसे कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर आप आसानी से अपना सिबिल स्कोर देख सकते हैं। कुछ बैंक भी अपनी नेट बैंकिंग के ज़रिए यह सुविधा प्रदान करते हैं।
सिबिल स्कोर सुधारने में कितना समय लगता है?
यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि कोई भी तरीका जादू की तरह स्कोर को एक दिन में नहीं बढ़ाता। अगर आप लगातार 3 से 6 महीने तक अनुशासन के साथ EMI भरते हैं, लिमिट में खर्च करते हैं और रिपोर्ट में सुधार लाते हैं, तो आपका स्कोर धीरे-धीरे 700+ तक पहुंच सकता है।
अगर आपका सिबिल स्कोर खराब है, तो घबराने की ज़रूरत नहीं है। ज़रूरी है कि आप समझदारी से अपने फाइनेंशियल बिहेवियर को सुधारें और थोड़ा धैर्य रखें। ऊपर बताए गए पांच आसान स्टेप्स को फॉलो करके आप अपना स्कोर बेहतर बना सकते हैं और आने वाले समय में बैंक से आसानी से कोई भी लोन या क्रेडिट कार्ड पा सकते हैं। तो क्या आप आज से ही अपने सिबिल स्कोर को सुधारने के लिए इन टिप्स को अपनाना शुरू करेंगे?