Advertisement

Advertisements

भारत को मिली बड़ी कामयाबी: अदाणी ने गुजरात में शुरू किया देश का पहला ऑफ-ग्रिड ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट

Saurabh Sharma
4 Min Read
भारत को मिली बड़ी कामयाबी: अदाणी ने गुजरात में शुरू किया देश का पहला ऑफ-ग्रिड ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट

नई दिल्ली: भारत में स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है। अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (ANIL) ने गुजरात के कच्छ जिले में देश का पहला ऑफ-ग्रिड 5 मेगावॉट ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट सफलतापूर्वक चालू कर दिया है। यह प्लांट पूरी तरह से सौर ऊर्जा से संचालित होता है और इसमें बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) भी लगा है। इसका मतलब यह है कि यह प्लांट बिजली की मुख्य लाइन से पूरी तरह स्वतंत्र रहकर काम करता है, यानी अपनी खुद की पैदा की गई हरित ऊर्जा से हाइड्रोजन का उत्पादन कर सकता है।

राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन की दिशा में बड़ा कदम

यह परियोजना भारत के राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के लक्ष्यों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य स्वच्छ और स्वदेशी ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देना है। अदाणी समूह का यह प्रोजेक्ट देश को आत्मनिर्भर बनाने और ऊर्जा आयात पर निर्भरता कम करने की दिशा में एक अहम मील का पत्थर साबित होगा।

See also  मैं दुनिया का सबसे धनवान इंसान, करोड़ों माताओं-बहनों का आशीर्वाद मेरी संपत्ति- गुजरात में बोले PM मोदी

प्लांट की खासियतें: पूरी तरह ग्रीन और ऑफ-ग्रिड

इस प्लांट की सबसे बड़ी खासियत इसका 100% ग्रीन और ऑफ-ग्रिड होना है। यह पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर निर्भर करता है। इसमें एक बंद सर्कुलर इलेक्ट्रोलाइजर सिस्टम लगाया गया है, जो सौर ऊर्जा में होने वाले उतार-चढ़ाव के अनुसार तुरंत प्रतिक्रिया देता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि सूर्य की रोशनी कम या ज्यादा होने पर भी सिस्टम लगातार काम करता रहे। यह तकनीक प्लांट को अधिक सुरक्षित, लचीला और किफायती बनाती है।

तकनीकी रूप से, यह प्लांट यह प्रदर्शित करता है कि रिफाइनरी, खाद कारखानों और भारी वाहनों जैसे अत्यधिक प्रदूषण फैलाने वाले क्षेत्रों में भी हाइड्रोजन का स्वच्छ रूप से उत्पादन और उपयोग संभव है। अदाणी समूह का यह पायलट प्रोजेक्ट भविष्य में ऐसे ही बड़े औद्योगिक परियोजनाओं के लिए एक उत्कृष्ट उदाहरण बनेगा।

See also  महाकुंभ 2025: श्रद्धालुओं की अपार भीड़ ने संगम को बना दिया पवित्रतम स्थल, 60 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने सुबह 9:30 बजे तक लगाई डुबकी

मुंद्रा में अगला बड़ा ग्रीन हाइड्रोजन हब

यह पायलट प्रोजेक्ट अदाणी के अगले बड़े ग्रीन हाइड्रोजन हब के लिए मार्ग प्रशस्त करता है, जिसे गुजरात के मुंद्रा में विकसित किया जाएगा। इस हब के माध्यम से भारत का हाइड्रोजन उत्पादन काफी बढ़ेगा और देश के कार्बन उत्सर्जन को कम करने में भी महत्वपूर्ण मदद मिलेगी।

अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (ANIL) क्या करती है?

अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (ANIL), अदाणी एंटरप्राइजेज की एक क्लीन एनर्जी इकाई है। यह मुख्य रूप से ग्रीन हाइड्रोजन और इसके डेरिवेटिव उत्पाद जैसे ग्रीन अमोनिया, ग्रीन मेथनॉल और सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल के निर्माण और आपूर्ति पर केंद्रित है। मुंद्रा में, यह कंपनी सोलर सेल, मॉड्यूल, विंड टरबाइन और इलेक्ट्रोलाइजर भी बना रही है, जो भारत और विदेशी बाजारों की ज़रूरतों को पूरा करते हैं।

See also  8th Pay Commission: जल्द आएगी अच्छी खबर, चार फीसदी बढ़ेगा महंगाई भत्ता, कब होगा 8वें वेतन आयोग का गठन?

ग्रीन हाइड्रोजन का महत्व

हाइड्रोजन दुनिया का सबसे हल्का और सबसे स्वच्छ ऊर्जा स्रोत है। इसके दहन से केवल पानी की भाप निकलती है, जिसका अर्थ है कि कोई प्रदूषण नहीं होता। यही कारण है कि दुनियाभर में ग्रीन हाइड्रोजन को ऊर्जा के भविष्य के रूप में देखा जा रहा है।

अदाणी समूह का यह प्रोजेक्ट न केवल तकनीकी तौर पर एक बड़ा कदम है, बल्कि यह भारत को वैश्विक ग्रीन हाइड्रोजन हब बनाने के लक्ष्य की ओर भी एक मजबूत कदम है।

क्या आपको लगता है कि ऐसे प्रोजेक्ट्स भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे?

 

Advertisements

See also  भारतीय युवाओं के लिए सरकारी योजनाएं
TAGGED:
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement