किरावली तहसील के अछनेरा ब्लॉक स्थित ग्राम पंचायत कचौरा में रहने वाले हजारों लोग पिछले जून माह से जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। अछनेरा-कचौरा मार्ग पर जगह-जगह पानी भरा हुआ है, जिससे राहगीरों और विद्यार्थियों का निकलना मुश्किल हो गया है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत करोड़ों की लागत से बनी यह सड़क अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ रही है।
आगरा। जनपद की तहसील किरावली के ब्लॉक अछनेरा की ग्राम पंचायत कचौरा पर अछनेरा–कचौरा मार्ग पूरी तरह जलमग्न है। अस्थायी रूप से पानी की निकासी भी नाकाम साबित हो रही है। राहगीरों के लिए अपने गंतव्य व कार्य क्षेत्र तक पहुंचना और छात्रों के लिए विद्यालय तक रोजाना पहुंचना नासूर बन गया है।
आगरा जिलाधिकारी से छात्र और राहगीर एक ही सवाल पूछ रहे हैं— आखिर प्रशासन ने गांव की पानी निकासी वाली पुलिया को बीते वर्ष खुलवाया था, फिर दबंगों द्वारा पुनः बंद कर देने का खामियाजा उन्हें क्यों भुगतना पड़ रहा है? आखिर उनका क्या कसूर है? इस मार्ग पर बीते जून माह से जलभराव है, बरसात में हालात और ज्यादा खराब हो गए हैं। लंबे इंतजार के बाद प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत करोड़ों रुपये की लागत से अछनेरा–कचौरा सड़क वर्ष 2022 और 2023 में बनकर तैयार हुई, लेकिन कचौरा ग्राम पंचायत में हालात नहीं बदले। इसका खामियाजा हजारों राहगीर भुगत रहे हैं।सोमवार को ग्राम पंचायत में एडीओ पंचायत पहुंचे, और वही पुराना समाधान— ट्रैक्टर पर पंप सेट से जलभराव समाप्त करने का प्रयास किया गया, लेकिन यह प्रयास भी असफल रहा। पानी निकासी के बाद भी जलभराव खत्म नहीं हो रहा है। कारण यह है कि सड़क के बराबर के खेतों का जलस्तर भी सड़क जितना हो चुका है और आगे की निकासी पूरी तरह बंद है।
एसडीएम किरावली ने कार्रवाई से झाड़ा पल्ला
एसडीएम किरावली द्वारा फोन पर एक ग्रामीण से यह कहते हुए ऑडियो सामने आया है कि— “पानी निकासी हमारा काम नहीं है, इस संबंध में डीपीआरओ और वीडीओ से मिलिए।”बाद में सफाई देते हुए एसडीएम ने कहा कि पानी निकासी वाली बंद पुलिया खुलवाना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। इसके लिए सहायक पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा गया है।गौरतलब है कि बीते वर्ष जलभराव की स्थिति को देखते हुए तत्कालीन तहसीलदार ने पुलिया खुलवाकर राहगीरों को राहत दी थी। लेकिन जब पत्रकार ने एसडीएम से पूछा कि यह अधिकार आपके क्षेत्र से कब से हटाया गया है, तो उन्होंने स्पष्ट कहा— “पिछले दो वर्षों से।”
सड़क बनने के बाद सड़क सुरक्षा के जिम्मेदार नदारद
कचौरा–अछनेरा मार्ग का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कराया गया था, जिसका निर्माण और उसके उपरांत पांच वर्षों तक रखरखाव का जिम्मा RES (Rural Engineering Services) को है।लेकिन कार्यदायी संस्था के जिम्मेदार अवर अभियंता और अधिशासी अभियंता को सड़क की सुरक्षा की कोई परवाह नहीं है। सड़क पर भारी जलभराव की स्थिति बनी हुई है, लेकिन अधिशासी अभियंता दिनेश कुमार को दर्जनों बार फोन करने के बावजूद उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।