झांसी, उत्तर प्रदेश: झांसी के दीनदयाल सभागार में रविवार को किन्नर शक्ति फाउंडेशन और नाहर एंटरटेनमेंट के सहयोग से एक भव्य और समावेशी सांस्कृतिक एवं फैशन कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ट्रांसजेंडर समुदाय की प्रतिभाओं को एक मंच देना, उनकी सामाजिक स्वीकार्यता को बढ़ावा देना और सभी के लिए समान अधिकारों के संदेश को प्रसारित करना था।
महामंडलेश्वरों का मिला आशीर्वाद
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महामंडलेश्वर पुष्पा माई (किन्नर अखाड़ा) और महामंडलेश्वर पवित्रानंद गिरि जी (किन्नर-जूना अखाड़ा) ने शिरकत की और अपना आशीर्वाद दिया। इनके साथ ही, किन्नर समुदाय की राष्ट्रीय अध्यक्ष सलमा किन्नर (वाराणसी) और आगरा ट्रांसजेंडर समिति की सदस्य राधिका बाई सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। सभी अतिथियों ने ट्रांसजेंडर समुदाय के सामाजिक सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर जोर दिया, साथ ही समाज से सकारात्मक सहयोग की अपील की।
रैंप-वॉक और जीवन-यात्रा की कहानियाँ
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ट्रांसजेंडर मॉडलों का रैंप-वॉक और उनकी सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ रहीं। देश के कई शहरों से आए प्रतिभागियों ने अपनी कला से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंजलि कंसल, मुस्कान, अर्जु (ग्वालियर), हर्षि (लखनऊ) और रोहिणी जी. कांबले (अमरावती, महाराष्ट्र) जैसे प्रमुख प्रतिभागियों ने अपनी जीवन-यात्रा और संघर्ष की कहानियाँ भी साझा कीं। उनकी भावुक कहानियों ने दर्शकों को लंबे समय तक तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
‘समानता और सम्मान—सभी का अधिकार’
किन्नर शक्ति फाउंडेशन के संस्थापक शुभम गौतम ने इस कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा, “हमारा लक्ष्य ट्रांसजेंडर समुदाय को शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाओं तक आसान पहुंच दिलाना है। यह कार्यक्रम इसी दिशा में हमारा सामूहिक प्रयास है।” उन्होंने इस आयोजन को सफल और पेशेवर बनाने के लिए नाहर एंटरटेनमेंट का आभार व्यक्त किया।
आयोजकों के अनुसार, इस तरह के कार्यक्रम ट्रांसजेंडर समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ने और उनमें आत्मविश्वास पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। किन्नर शक्ति फाउंडेशन आगे भी विभिन्न जिलों में ऐसे जागरूकता अभियान और स्किल-डेवलपमेंट वर्कशॉप आयोजित करने की योजना बना रहा है।
