आगरा – हथिनीकुंड, सहारनपुर से 1 सितंबर को यमुना नदी में 329,313 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद आगरा में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) शुभांगी शुक्ला ने जानकारी दी है कि वर्तमान में यमुना का जलस्तर 151.370 मीटर है और इसके 5 और 6 सितंबर तक बढ़कर 152.400 मीटर तक पहुंचने की संभावना है। इसके कारण आगरा में यमुना नदी से सटे इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्र
सदर तहसील: तनौरा, नूरपुर, मेहरा नाहरगंज, विसारना, कैलाश, स्वामीबाग।
फतेहाबाद तहसील: भरापुर, बमरौली, ईदौन, मडयना, मेवली कलां, गुडा, मेवली खुद, हिमायूपुर।
शहरी क्षेत्र: नगला बूढ़ी, अमर विहार, दयालबाग, मोतीमहल, कटरा वजीर खां, रामबाग बस्ती, अप्सरा टॉकीज, यमुना किनारा रोड (वेदांत मंदिर से फोर्ट तक)।
जिला प्रशासन की अपील और तैयारी
जिला प्रशासन ने शहरवासियों और ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों से सतर्क रहने की अपील की है और कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बरतने की सलाह दी है:
* आवश्यक दस्तावेज: राशन कार्ड, पासबुक, आधार कार्ड जैसे जरूरी कागजातों को वाटरप्रूफ बैग में सुरक्षित रखें।
* प्राथमिक उपचार किट: क्लोरिन, ओ.आर.एस. और अन्य आवश्यक दवाइयां प्राथमिक उपचार किट में रखें।
* सुरक्षित स्थान पर: सूखा अनाज और मवेशियों के चारे को किसी ऊंचे स्थान पर रखें।
* सुरक्षित आश्रय: बाढ़ की चेतावनी मिलते ही गर्भवती महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को तुरंत बाढ़ शरणालयों में ले जाएं।
* स्वच्छ पानी: उबला हुआ या क्लोरिन युक्त पानी का ही सेवन करें।
* सुरक्षा उपाय: बिजली का मुख्य स्विच और गैस रेगुलेटर बंद रखें।
* खाद्य सुरक्षा: बाढ़ के संपर्क में आए किसी भी खाद्य सामग्री का सेवन न करें।
* हाथ पंप: डूबे हुए हैंडपंप के पानी का इस्तेमाल न करें।
* किनारे से दूरी: पानी के किनारों से दूर रहें और जरूरत की चीजें ऊंचे स्थानों पर रखें।
24 घंटे नियंत्रण कक्ष
बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जनपद स्तर पर 24 घंटे संचालित एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिसके मोबाइल नंबर 0562-2260550 और 09458095419 हैं। बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और संबंधित विभागों को आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।