नरसिंहपुर, मध्य प्रदेश। त्योहारों के बीच, नरसिंहपुर जिले से घरेलू हिंसा की एक शर्मनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। करवाचौथ का व्रत खोलने के लिए ससुराल पहुँची एक आईटी इंजीनियर पत्नी को उसके पति और ससुराल वालों ने बेरहमी से पीटा, जिसके बाद पीड़िता को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घसीटा, रस्सी से बांधा और डंडों से पीटा
पीड़ित महिला की पहचान गाडरवारा की दीपा कौरव के रूप में हुई है, जो बेंगलुरु में एक प्राइवेट नौकरी करती थी। घटना नरसिंहपुर के चीचली इलाके की है। दीपा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि करवाचौथ की शाम जब वह अपने ससुराल पहुँची, तो ससुराल वालों ने उसे गाली देना शुरू कर दिया और बाद में उसे घसीटा गया।
पीड़िता का दर्दनाक आरोप है कि ससुराल वालों ने उसे पहले रस्सी से बांधा, फिर उसके पति ने डंडे से उसकी बेरहमी से पिटाई की। इसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों ने भी उसके साथ मारपीट की। पीड़िता ने बताया कि उसके पूरे शरीर पर चोटों के निशान पड़ गए हैं।
जायदाद में हिस्सा न देने पर शुरू हुई प्रताड़ना
दीपा कौरव ने बताया कि उन्होंने 21 मई 2024 को नरसिंहपुर के सत्यम से लव मैरिज की थी और अपनी शादी को रजिस्टर्ड भी कराया था। शादी के बाद उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी थी। शुरुआत के एक-दो महीने सब ठीक रहा, लेकिन जल्द ही पति और ससुराल वालों ने दहेज की मांग को लेकर परेशान करना शुरू कर दिया।
प्रताड़ना का दौर उनके पिता की मौत के बाद और बढ़ गया। दीपा का आरोप है कि उनके पिता की मौत के एक महीने बाद ससुराल वालों ने उनसे पिता की जायदाद (दो मकान, दो प्लॉट, कृषि भूमि और बैंक बैलेंस) का आधा हिस्सा अपने नाम कराने की मांग की। दीपा द्वारा मना करने पर मारपीट और प्रताड़ना शुरू हो गई। प्रताड़ना से तंग आकर दीपा लगभग 6 महीने से मायके में रह रही थीं।
मां ने घर बचाने के लिए भेजा था ससुराल
पीड़िता दीपा ने बताया कि उनकी माँ नहीं चाहती थीं कि उनका घर टूटे, इसलिए उन्होंने 10 अक्टूबर 2025 की शाम को करवाचौथ का व्रत खोलने के लिए उन्हें ससुराल भेज दिया। शाम करीब 7 बजे वहाँ पहुँचते ही ससुराल वालों ने उनके साथ यह जघन्य कृत्य किया।
पुलिस ने दर्ज की ‘जीरो कायमी’
गाडरवारा थाना प्रभारी विक्रम रजक ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि घटना चीचली थाना क्षेत्र की है, जो पीड़िता के ससुराल का इलाका है। पीड़िता की शिकायत पर गाडरवारा थाने में ‘जीरो कायमी’ दर्ज कर ली गई है।
‘जीरो कायमी’ का अर्थ है कि शिकायत किसी दूसरे थाना क्षेत्र की होने पर भी तुरंत प्राथमिकी दर्ज कर ली जाती है, और फिर संबंधित थाना क्षेत्र को आगे की कानूनी कार्रवाई (जैसे गिरफ्तारी और जाँच) के लिए भेज दिया जाता है।
गंभीर रूप से घायल महिला का इलाज नरसिंहपुर जिला अस्पताल में चल रहा है और पुलिस मामले की गहन जाँच में जुट गई है। इस घटना ने एक बार फिर समाज में घरेलू हिंसा और दहेज प्रताड़ना जैसे अपराधों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।