(अग्र भारत) आगरा। शराब के दुष्प्रभावों और उससे उत्पन्न सामाजिक समस्याओं को लेकर लोगों में आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। हालात ऐसे हो रहे हैं कि कई बार लोग कानून अपने हाथ में लेने को भी मजबूर दिख रहे हैं। बीते समय में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में शराब ठेकों के विरोध में हुई घटनाएं इसी बढ़ते असंतोष को दर्शाती हैं।
पिछले वर्ष 5 जनवरी 2025 को कागारौल थाना क्षेत्र के गांव नगला हीरामन स्थित शराब ठेके पर तोड़फोड़, 22 फरवरी को गांव बीसलपुर में महिलाओं का हल्ला बोल, 4 अक्टूबर को खेरागढ़ के गांव खुशियापुर में महिलाओं द्वारा ठेके पर की गई तोड़फोड़ तथा 16 दिसंबर को किरावली के ग्राम महुअर स्थित ठेके पर महिलाओं द्वारा हमला कर क्षति पहुंचाने जैसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इन घटनाओं से स्पष्ट है कि शराब ठेकों को लेकर जनाक्रोश लगातार बढ़ रहा है।इसी क्रम में बुधवार को आगरा के आनंद नगर, खतैना, लोहामंडी क्षेत्र से एक और मामला सामने आया। आनंद नगर के लोग बड़ी संख्या में एकत्र होकर प्रभु टाकीज के पास स्थित शराब के ठेके पर गंभीर आरोप लगाते हुए उसे बंद कराने की मांग को लेकर पहुंचे।धर्मोदय बुद्ध विहार संस्थान की ओर से आज को जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में ठेके के असमय खुलने, मंदिर के समीप नशेड़ियों द्वारा की जा रही आपत्तिजनक हरकतों तथा पास ही स्थित माणिकचंद इंटर कॉलेज की छात्राओं के साथ आए दिन होने वाली अभद्रता का उल्लेख करते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की गई। संस्थान के कार्यकारिणी सदस्य जितेंद्र सिंह ने बताया कि ठेका सुबह 5–6 बजे ही अवैध रूप से खोल दिया जाता है, जिससे मजदूर वर्ग शराब के सेवन में उलझकर काम पर नहीं जा पाता। इसका सीधा असर उनके परिवारों पर पड़ रहा है, जिससे भुखमरी और बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है।संस्थान के पदाधिकारी नरेश कुमार ने प्रशासन से मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल सख्त कदम उठाने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो बच्चों और परिवारों के भविष्य की रक्षा के लिए संस्थान को बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।ज्ञापन सौंपने के दौरान संस्थान के प्रबंधक भगवान दास कर्दम, उपाध्यक्ष सुनील गौतम, भूपेंद्र सिंह, मुन्नालाल मौर्य, विजय सागर, गोपाल कौशल, रमेशचंद, जितेंद्र, दिलीप, नारायण सिंह, पंडित प्रकाश शास्त्री, नरेश कुमार सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।
