फिरोजाबाद। फिरोजाबाद के स्वशासी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र शैलेंद्र संखवार द्वारा की गई आत्महत्या के मामले में प्राचार्य संगीता अनेजा को हटाने के बाद तीन डॉक्टरो को पूर्व में ही निलंबित किया जा चुका था। अब शासन के निर्देश पर कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ बलबीर सिंह ने कार्यवाही करते हुए लिपिक को बर्खास्त कर दिया।
3 दिसंबर 2022 को एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र शैलेंद्र शंखवार ने कॉलेज प्रशासन द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न से परेशान होकर कॉलेज के हॉस्टल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। मामले में प्राचार्य डॉक्टर संगीता अनेजा सहित 5 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।
परिजनों का आरोप था मेडिकल कॉलेज के प्रशासन द्वारा उत्पीड़न से तंग आकर उनके बेटे ने खुदकुशी कर ली थी। परिजन के साथ कॉलेज के छात्रों ने कई दिन तक धरना प्रदर्शन किया सुभाष चौराहे पर धरने में कई राजनीतिक दलों के लोग भी शामिल हुए थे। परिजनों की मांग पर दो बार शासन से जांच कमेटी भेजी गई थी।
परिजनों की मांग की आरोपियों को कॉलेज से हटाकर जांच की जाए इसके बाद प्राचार्य डॉक्टर संगीता अनेजा को हटाकर नोएडा में सम्बद्ध कर दिया था। इस मामले में कॉलेज के वही कार्यवाहक प्राचार्य बलबीर सिंह शेर जानकारी चाही तो उन्होंने बताया परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर गौरव सिंह, वार्डन डॉक्टर मुनीस खन्ना और डॉक्टर नौशाद हुसैन को निलंबित कर दिया गया था। अब लिपिक आयुष जैन को बर्खास्त कर दिया है । शासन स्तर से इस मामले की जांच अभी भी चल रही है इधर मृत छात्र के परिजन मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं।