आम तौर पर माना जाता है कि पपीते का फल पेट की बीमारियों का रामबाण उपाय है पर इतना ही नहीं है। पपीता एक ऐसा फल है जो गंभीर बीमारियों को बढ़ने से रोकता है। ऐसे में अगर आप स्वस्थ् रहना चाहते हैं तो पपीते का सेवन करना शुरु कर दें। पपीता ही नहीं इसके पत्तों का रस भी बेहद स्वस्थ्यवर्धक होता है। अगर आपने इसके पत्तों का रस पीया है तो ठीक और नहीं पीया तो पीना शुरू कर दीजिए क्योंकि पपीता खाने के साथ ही इसके पत्तों का रस पीने से कई तरह की बड़ी बीमारियों से बचाव होता है।
वैसे तो ज्यादातर डेंगू और चिकनगुनिया के रोगियों को इसका रस पीने की सलाह दी जाती है लेकिन अगर आप ताउम्र स्वस्थ रहना चाहते हैं तो इसे आपने आहार में शामिल करें। कैंसर कोशिकाओं को रोकता है
पपीते के पत्तों में कैंसररोधी गुण होते हैं जो कि रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में मदद करते हैं और सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर जैसे कैंसर के सेल्स को बनने से रोकते हैं।
संक्रमण से बचाव
शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने के साथ ही पपीते के पत्तों का जूस शरीर में बैक्टीरिया की ग्रोथ रोकने में भी सहायक है। यह खून में सफेद रक्त कणों और प्लेटलेट्स को बढ़ाने में भी सहायता करता है।
डेंगू नहीं होगा
डेंगू और मलेरिया से लड़ने में पपीते की पत्तियों का रस काफी लाभकारी रहता है। यह बुखार की वजह से गिरती प्लेटलेट्स को बढ़ाने और शरीर में कमजोरी को बढ़ने से रोकता है।
पीरियड्स में लाभप्रद
पीरियड्स में होने वाला दर्द में अगर पपीते की पत्ती को इमली, नमक और 1 ग्लास पानी के साथ मिलाकर काढ़ा बनाया जाए और इसे ठंडा करके पिया जाए तो काफी आराम मिलता है।
एनीमिया में लाभप्रद
पपीते का रस किसी औषधि से कम नहीं है। अगर आपकी ब्लड प्लेटलेट्स कम हो रही हैं तो इसे पीने से ब्लड प्लेटलेट्स बढ़ जाती हैं। बस रोजाना इस रस को दो चम्मच लगभग तीन महीने तक पिएं।