सुमित गर्ग, अग्रभारत ब्यूरो
खेरागढ़ में ढही स्कूल की छत:प्रशासनिक लापरवाही के चलते प्राथमिक विद्यालय की छत गिरी, अनेक बार भेजी गई थी शिकायत फिर भी नहीं ली गई सुध
खेरागढ़- शिक्षा विभाग कितना चैन की नींद सोता है इसका एक उदाहरण खेरागढ़ के ग्राम बसैया के प्राथमिक विद्यालय में देखने को मिला कि विद्यालय की जर्जर इमारत की वर्ष 2017 से लेकर जुलाई 2023 तक अनेकों बार शिकायत करने पर भी विभाग नहीं जागा और बारिश के कारण विद्यालय की छत भरभराकर तेज आवाज के साथ गिर गयी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला तहसील खेरागढ़ में नगला कमाल के बसैया ग्राम का है। शुक्रवार दिनांक 4 अगस्त 2023 को सुबह से हो रही बारिश के चलते अधिकांश बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे थे।
बच्चों की कम संख्या होने पर बाहर बरामदे में बिठाकर पढ़ाया जा रहा था बच्चों को कि अचानक तेज आवाज के साथ स्कूल के कमरे की जर्जर छत भरभराकर गिर गयी। अगर बच्चों की संख्या पूरी होती तो आज बड़ा हादसा हो जाता।
स्कूल की प्रधानाध्यापिका पूजा दत्ता ने बताया कि करीब 8 बार इस जर्जर सरकारी स्कूल की शिकायत बर्ष 2017 से अपने सीनियर अधिकारी खेरागढ़ खंड विकास अधिकारी से कर चुकी है परन्तु उनकी लिखित शिकायत के बाबजूद अधिकारियों ने इस जर्जर इमारत पर कोई ध्यान नहीं दिया और बारिश के कारण इसकी छत गिर गयी इसके अलावा रसोई समेत सभी कमरों की छत जर्जर हैं जो कभी भी गिर सकती हैं। प्रधानाध्यापिका द्वारा लिखित शिकायत के बाद उनसे कहा गया कि बच्चों को कमरे में ना पढ़ाएं विद्यालय में दो ही कमरे हैं, जिनकी छत गिर रही है खंड शिक्षा अधिकारी कृष्ण गोपाल तिवारी ने बताया कि शिकायतें कई बार आई थी और मैंने अपने संबंधित उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी है परंतु कोई कार्यवाही नहीं हो पाई।
प्राथमिक विद्यालय बसैया के कमरों से लेकर रसोई तक के हालात बदहाल है, जगह-जगह से लेंटर की बनी छत गिर रही है। स्कूल में अगर बच्चे कमरों में बैठे होते तो बहुत बड़ा हादसा हो जाता।अभिभावकों के अनुसार शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा इसलिए वो अपने बच्चों को विद्यालय भेजने से डर रहे हैं।
खेरागढ़ क्षेत्र में यह एक ऐसा अकेला विद्यालय नहीं है ऐसे और भी अनेक विद्यालय हैं जिसकी कमरों की छतें और रसोइयों की हालत जर्जर बनी हुई है जो कभी भी गिरकर बड़े हादसे को जन्म दे सकती है।