आगरा किरावली तहसील मुख्यालय पर ग्रामीणों के गरजने के बाद आनन फानन में हुई कार्रवाई खत्म
आगरा (किरावली) । प्रदेश सरकार के सबका साथ और सबका विकास के नारे को किरावली तहसील के पुलिस प्रशासन ने पलीता लगा दिया। पेयजल जैसी मूलभूत सुविधा की मांग कर रहे ग्रामीणों पर शांति भंग की कार्रवाई हो गई।
बताया जाता है कि बीते दिनों, ब्लॉक फतेहपुर सीकरी अंतर्गत गांव नगला बले के ग्रामीणों ने गांव की विकट पेयजल समस्या के निदान हेतु मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी।
पोर्टल पर शिकायत करना, प्रशासनिक अधिकारियों को नागवार गुजरा। इसके बाद फतेहपुर सीकरी थाना पुलिस ने गांव के महिला और पुरुष समेत कुल दस लोगों को शांति भंग की धाराओं में पाबंद कर दिया। ग्रामीणों को शांति भंग में पाबंदी की खबर क्षेत्र में आग की तरह फ़ैल गई, उनका सब्र जवाब देने लगा।
इसी कड़ी में तहसील मुख्यालय पर पानी दो या प्राण लो, के नारों के साथ ग्रामीणों ने धरना शुरू कर दिया। ग्रामीणों के धरने कर बैठते ही प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में शांति भंग की कार्रवाई की स्थगित करवा दिया गया। उधर धरने पर बैठे ग्रामीणों ने गांव की पेयजल समस्या का स्थायी निदान नहीं होने तक बेमियादी धरना प्रदर्शन का ऐलान कर दिया।
प्रशासनिक अधिकारियों ने डैमेज कंट्रोल की कोशिशें शुरू करते हुए ग्रामीणों से वार्ता शुरू की। शाम 7 बजे धरनारत ग्रामीणों से वार्ता करते हुए बताया कि आगामी गुरुवार 30 नवंबर को जल निगम और सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक आहूत कर विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाएगी। गांव की पेयजल समस्या का तात्कालिक और दीर्घकालीन निदान किया जाएगा। इसके उपरांत ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया।
धरने पर रहे मौजूद
समाजसेवी ज्ञान सिंह कुशवाह, किसान नेता चौधरी दिलीप सिंह, अर्जुन छौंकर, रतन सिंह कुशवाह, पिंकी कुशवाह, भूपेन्द्र इंदौलिया, बदन सिंह कुशवाह, प्रताप सिंह, नवल सिंह, देवी सिंह, तेज़ सिंह कुशवाह, अजय, नीरज, हुकुम सिंह, रामवती देवी, नीरज देवी, मंजू देवी, वीरमती देवी, लालम देवी, जुम्मा देवी, गिरधारी, चंद्रभान सिंह, गब्बर सिंह, मुकेश, महेश आदि मौजूद रहे।