आगरा। एकादशी महारानी के जयकारों संग 26 कथाएं और श्रीहरि का सत्संग। हर तरफ भक्तिमय आनन्द और उत्साह और श्रीराधे के जयकारे। कुछ ऐसा ही दृष्य था आज कान्हा की नगरी वृन्दावन में माथुर वैश्य एकादशी उद्यापन समिति द्वारा माथुर वैश्य भवन में आयोजित सामूहित एकादशी उद्यापन समारोह में। जिसमें देश के विभिन्न प्रांतों के (कर्नाटक, राजस्थान, आंध्र प्रदेश पंजाब, मध्य प्रदेश, उप्र, गुजरात, महाराष्ट्र आदि) 63 जोड़ों ने भाग लिया।
माथुर वैश्य सामूहित गान, गद्दी व कलश पूजन मंत्रोच्चारण व विधि विधान के साथ सम्पन्न कराया। इसके उपरान्त 26 ब्राह्मणों द्वारा 63 जोड़ों के समक्ष एकादशी उद्यापन की 26 कथाओं का विस्तार पूर्वक वर्णन किया। प्रत्येक माह में कृष्ण व शुक्ल पक्ष व अधिक मास की दो कथाओं सहित 26 कथाओं के महात्म्य को समझाया।
पूजन के उपरान्त ब्रह्म भोज हुआ। शाम को संध्या आरती से पूर्व भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें यजमानों सहित उनके परिजनों व समिति के सदस्यों ने श्रद्धा भाव के साथ भाग लिया। व्यवस्थाएं एकादशी उद्यापन समिति की संयोजिका कुमकुम गुप्ता ने सम्भाली। बताया कि 24 दिसम्बर को यज्ञ के साथ उद्यापन सम्पन्न होगा।