आगरा में 8 और 9 जनवरी को प्रदेश का पहला निर्यात सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में देशभर के निर्यात विशेषज्ञ और उद्यमी शामिल होंगे। सम्मेलन का उद्देश्य आगरा और उत्तर प्रदेश के निर्यात को बढ़ावा देना है।
सम्मेलन के उद्घोषणा पत्र विमोचन समारोह में मुख्य अतिथि राकेश गर्ग, उपाध्यक्ष लघु उद्योग निगम लि. उप्र (दर्जा राज्यमंत्री) ने कहा कि भारत में बने उत्पादों की मांग दुनियाभर में बढ़ रही है। वैश्विक बाजार बाहें पसारे भारतीय उत्पादों का इंतजार कर रहा है। बस गुणवत्ता के साथ उद्यमी आगे बढ़ें। सरकार की नीति और नियत दोनों आपको निर्यात क्षेत्र में मार्गदर्शन के साथ सहयोग देंगी।
आयोजन समिति के चैयरमेन पूरन डावर (अध्यक्ष एफमेक) ने कहा कि बिना आर्थिक आजादी के कोई भी देश विकास नहीं कर सकता। सरकार अपनी ओर से प्रयास कर रही है। नीतियां बना रही है, संसाधन दे रही है किंतु हर उद्यमी को अपनी ओर से पहल करनी ही होगी। निर्यात के क्षेत्र में छोटे से छोटे उद्योग को आगे ले जाने की जिम्मेदारी पूरे औद्योगिक समाज की होती है। इसी विचार पर चलते हुए एक्सपोर्ट सिम्पोजियम 2024 प्रदेश में पहली बार आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम संयोजक समिति के चैयरमेन राजेश गोयल (अध्यक्ष नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्री एंड कॉमर्स) ने कहा कि नये वर्ष की शुरूआत औद्योगिक जगत में एक क्रांति के साथ होगी। फतेहाबाद रोड स्थित होटल डबल ट्री बाय हिल्टन में 8 और 9 जनवरी को एक्सपोर्ट सिम्पोजियम 2024 (निर्यात सम्मेलन) आयोजित किया जाएगा। दो दिवसीय सम्मेलन में उद्योग और व्यापार के सर्वांगीण विकास के लिए और निर्यात क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विजन को आगे ले जाने के लिए चिंतन− मनन होगा।
कार्यक्रम में शामिल अन्य विशेषज्ञों ने कहा कि निर्यात के क्षेत्र में भारत की अपार संभावनाएं हैं। सरकार निर्यात को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। लेकिन इसके लिए उद्यमियों को भी आगे आना होगा।