आगरा : गुरुवार को सर्किट हाउस में 24 साल बाद गठित आगरा कॉलेज के बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक आयोजित की गई। बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की बैठक में परिचय और स्वागत के बाद उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय की अध्यक्षता में कॉलेज के उत्थान के लिए कार्य नीति पर चर्चा हुई।
ट्रस्ट के सभी सदस्यों ने 24 साल बाद आगरा कॉलेज ट्रस्ट के गठन पर उच्च शिक्षा मंत्री को बधाई दी और आगरा कॉलेज को नई ऊंचाई प्रदान करने में अपना योगदान देने का संकल्प लिया। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि शासन आगरा कॉलेज के 200 साल पूरे होने पर इसे उच्चतर संस्थान बनाने पर विचार कर रहा है और इसे विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सीके गौतम ने ट्रस्ट के सभी सदस्यों का स्वागत किया।
2000 में बना था बोर्ड ऑफ ट्रस्टी
प्रिंसिपल ने बताया कि 24 साल बाद आगरा कॉलेज में बोर्ड ऑफ ट्रस्टी का गठन किया गया है। कॉलेज में 1901 से बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज का गठन शुरू हुआ था और यह 2000 तक जारी रहा। उसके बाद 24 साल तक आगरा कॉलेज में बोर्ड ऑफ ट्रस्ट का गठन नहीं किया गया था। बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की सहायता से इसे आवासीय राजकीय विश्वविद्यालय बनाने का प्रयास किया जाएगा।
बोर्ड की नियमित बैठक की मांग
सदस्य गिरजा शंकर शर्मा ने कहा कि बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की नियमित बैठक होनी चाहिए।
प्रमोद शर्मा ने कहा कि हम लोग आगरा कॉलेज आगरा को विकसित करने और अपने पुराने गौरव को प्राप्त करने का प्रयास करेंगे।
सदस्य पूरन डाबर ने कहा कि आगरा कॉलेज का 200 वर्ष का गौरवशाली इतिहास है।
श्रुति सिंघल ने कहा कि आगरा से प्रतिभाओं के पलायन को रोकने के लिए आगरा कॉलेज को शिक्षा का बड़ा केंद्र बनाना होगा।
प्रो. शशिकांत पांडेय ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
उपस्थित सदस्य
प्रो. पीबी झा, प्रो. विजय कुमार सिंह, डॉ. शशिकांत पांडे, डॉ. अनुराग पालीवाल, डॉ. गौरव कौशिक, प्रो. वंदना, प्रो. चंद्रशेखर शर्मा, प्रो. केके सिंह, प्रो. शिति कंठ दुबे, डॉ. आनंद प्रताप सिंह, डॉ. एके सिंह आदि।