प्रदीप यादव
एटा (जैथरा) । रोडवेज के रंग में रंगी प्राइवेट बसें यात्रियों को भ्रमित कर प्रदेश परिवहन निगम को चूना लगा रही हैं। एटा अलीगंज मार्ग पर दौड़ती डग्गेमार बसें यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बन चुकीं हैं। इन बसों में यात्रियों से मनमाना किराया वसूल किया जाता है। गंतव्य तक ले जाने की कहकर यात्रियों को बैठा लिया जाता है और बाद में बीच में ही उतार दिया जाता है। इस बात का विरोध करने पर चालक परिचालक यात्रियों से झगड़ा फसाद करने को उतारू हो जाते हैं। जिससे यात्रियों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। परिवहन विभाग और पुलिस की सांठ गांठ को लेकर पहले भी सवाल उठाते रहे हैं, लेकिन डग्गेमार बसों के संचालन पर रोक नहीं लग पाई है।
एटा रोडवेज बस स्टैंड के सामने जीटी रोड पर खड़े होकर सवारियां भरी जाती हैं। सवारियों को गुमराह किया जा सके इसके लिए बसों पर एटा फर्रुखाबाद लिखा होता है। रंग भी रोडवेज बसों के रंग से मिलता जुलता ही होता है।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की जगह उत्तर प्रदेश परिवहन लिखा रहता है। बस कहां से कहां तक जाएगी कई बसों पर यह भी अंकित होता है। डिपो के स्थान पर इससे मिलता-जुलता शब्द लिख दिया जाता है या डिपो लिखा ही नहीं होता है। जिससे पता चल जाय कि बस किस डिपो की है। डग्गेमार वाहन संचालकों की यह जुगत प्रशासनिक अधिकारियों को खुली चुनौती दे रही है और वहीं उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के राजस्व को लगातार घाटा पहुंचा रही है।