जैथरा,एटा: जैथरा थाने के धुमरी चौकी क्षेत्र के गांव में नाबालिक युवती के साथ हैवानियत करने का मामला सामने आया है। घटना के बाद पीड़िता और उसके परिवार को न केवल इंसाफ के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है, बल्कि जैथरा पुलिस के रवैये ने पीड़ित परिवार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
पीड़िता के अनुसार वह सुबह करीब 6:00 बजे शौच के लिए गांव के बाहर गई थी। इस दौरान गांव के ही अधेड़ व्यक्ति प्रमोद पुत्र राजपाल ने उसे जबरदस्ती दबोच लिया और आरोपी ने उसकी अस्मत लूटने की कोशिश की और उसके अंग वस्त्र खींचे। पीड़िता ने किसी तरह खुद को छुड़ाकर चीखते हुए भाग कर अपनी जान बचाई। घटना के बाद पीड़िता ने अपने घर पहुंच कर आपबीती बताई तो परिजन आरोपी के घर शिकायत करने पहुंचे वहां आरोपी के परिजनों राजीव, अवधेश और दिनेश ने उन्हें बुरी तरह से पीटा। इस हमले में पिता रामनिवास और उनके भाई महादीपक, देवेंद्र और सत्य प्रकाश घायल हो गए ।
पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगाने धुमरी चौकी पहुंचा, चौकी से मामला जैथरा थाने पहुंचा लेकिन थाने में उसकी शिकायत नहीं सुनी गई बल्कि उल्टा पुलिस ने पीड़िता के भाई और पिता को हिरासत में ले लिया।
पीड़िता और उसके परिजन अब न्याय की आस में भटक रहे हैं। जहां एक तरफ उन्हें इंसाफ दिलाने की बजाय पुलिस ने उनकी स्थिति को और विषम बना दिया है,वहीं आरोपी और उसके परिजन खुलेआम घूम रहे हैं। इस घटना ने जैथरा पुलिस की कार्य शैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं ।पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस पीड़िता के ऊपर दबाव बना रही है और आरोपियों पर कार्यवाही करने से बच रही है। थक हार कर पीड़ित परिवार ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह से न्याय की गुहार लगाई है। ऐसे में अब यह देखना होगा कि पीड़ित परिवार को क्या न्याय मिलता है ?
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