लखनऊ: मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद योगी सरकार ने प्रदेश के प्रमुख अफसरों की तैनाती महाकुंभ में स्पेशल ड्यूटी पर शुरू कर दी है। इस बार बसंत पंचमी स्नान के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही से बचने के लिए योगी सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। तेज तर्रार अधिकारियों को महाकुंभ की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को मजबूत बनाने के लिए तैनात किया जा रहा है। बुधवार देर रात से ही इस तैनाती का सिलसिला शुरू हुआ था, और गुरुवार रात फिर से चार अधिकारियों को महाकुंभ भेजा गया।
महाकुंभ के लिए स्पेशल ड्यूटी पर भेजे गए अफसर
बुधवार रात ही लखनऊ से दो आईएएस अधिकारियों, आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी की तैनाती की गई थी। इसके अलावा, पांच विशेष सचिवों को भी तत्काल प्रभाव से महाकुंभ पहुंचने का आदेश दिया गया था। गुरुवार रात फिर से एक और आईएएस अफसर और तीन तेज-तर्रार पीसीएस अधिकारियों को महाकुंभ भेजा गया है। इनमें 2016 बैच के आईएएस विशेष सचिव अतुल सिंह का नाम प्रमुख है। इसके अलावा, पीसीएस अफसरों में प्रफुल्ल त्रिपाठी, प्रतिपाल सिंह चौहान और आशुतोष दुबे को तैनात किया गया है। इन अफसरों को 15 फरवरी तक महाकुंभ में स्पेशल ड्यूटी पर तैनात किया गया है।
पीसीएस अफसरों की तैनाती और जिम्मेदारियां
- आशुतोष दुबे – वर्तमान में अपर जिलाधिकारी कानपुर नगर हैं।
- प्रफुल्ल त्रिपाठी – हरदोई में अपर जिलाधिकारी न्यायिक हैं। इसके पूर्व वह रायबरेली में एडीएम प्रशासन के रूप में कार्यरत थे।
- प्रतिपाल सिंह चौहान – बस्ती में ADM प्रशासन के पद पर कार्यरत हैं।
इन तीनों पीसीएस अफसरों का कार्यक्षेत्र हरदोई, बस्ती और कानपुर से जुड़ा हुआ है, और अब उन्हें महाकुंभ के दौरान व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया है। इन अफसरों को तत्काल प्रभाव से महाकुंभ पहुंचने का आदेश दिया गया है ताकि वे सुरक्षा और प्रबंधन में अहम भूमिका निभा सकें।
तेज-तर्रार अधिकारियों की तैनाती का उद्देश्य
योगी सरकार किसी भी तरह की लापरवाही बरतने को तैयार नहीं है। विशेषकर आगामी बसंत पंचमी स्नान को लेकर सरकार पूरी तरह से सतर्क है। महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु आने की संभावना के मद्देनजर, सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि स्नान और अन्य धार्मिक आयोजनों में कोई भी अप्रिय घटना न हो। इसलिए, तेज-तर्रार अधिकारियों को महाकुंभ भेजा जा रहा है ताकि वे स्थिति की मॉनिटरिंग करें और व्यवस्था को मजबूत बनाएं।
आईएएस अधिकारी अतुल सिंह इस समय खाद्य एवं रसद विभाग के विशेष सचिव हैं, और उन्हें महाकुंभ में स्पेशल ड्यूटी पर भेजा गया है। उनकी जिम्मेदारी महाकुंभ के दौरान व्यवस्था और आपूर्ति श्रृंखला के संचालन की होगी।
महाकुंभ में सुरक्षा और व्यवस्था की नई रणनीतियां
महाकुंभ के आयोजन में लाखों श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा और व्यवस्था सबसे बड़ी चुनौती होती है। योगी सरकार ने इस बार किसी भी प्रकार की सुरक्षा चूक को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। अफसरों की तैनाती के साथ ही इस बार महाकुंभ में ड्रोन से निगरानी, सीसीटीवी कैमरे और पैदल गश्त को भी बढ़ा दिया गया है। साथ ही, स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति भी दुरुस्त की गई है ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके।
योगी सरकार की सतर्कता
योगी सरकार ने साफ कर दिया है कि महाकुंभ के आयोजन के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होगी। सरकार ने पिछले कुछ महीनों में महाकुंभ की तैयारियों को लेकर कई बैठकें की हैं और सभी संबंधित विभागों को अपनी जिम्मेदारियों का कड़ाई से पालन करने का आदेश दिया है।
महाकुंभ के आयोजन से पहले आई अधिकारियों की यह तैनाती यह सुनिश्चित करने का प्रयास है कि इस बार बसंत पंचमी स्नान और अन्य धार्मिक आयोजनों में श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो। योगी सरकार की ओर से की गई यह तैयारी राज्य में प्रशासनिक कार्यों के प्रति गंभीरता को दर्शाती है, जो आने वाले दिनों में महाकुंभ की सफलता की कुंजी साबित हो सकती है।