आगरा (जगनेर): क्षेत्र के कवि पातीराम अस्थाई गौशाला नौनी में सर्दियों के मौसम में गोवंश के लिए ठंड से बचाव के इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। इस गौशाला में कुल 110 गौवंश हैं, जिनमें से 34 नदी है। हालांकि, यहां पर सर्दी से बचने के लिए न तो कोई अलाव की व्यवस्था है और न ही उचित आश्रय। गौवंश में सर्द हवाओं और कोहरे की धुंध के कारण गौवंश गंभीर परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
ठंड से बेहाल गौवंश
कवि पातीराम अस्थाई गौशाला में ठंड से बचाव के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई है। खुले आसमान के नीचे कुछ गौवंश ठिठुर रहे हैं, जबकि अन्य गौवंश टीन सेट के नीचे हैं, जहां ठंड से बचने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। इस स्थिति से गौवंश कांप रहे हैं और उनकी सेहत लगातार बिगड़ती जा रही है।
गौपालक रामू कुमार ने बताया, “हम पिछले 10 दिनों से यहां ठंड में काम कर रहे हैं, लेकिन कोई भी अधिकारी हमारे मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहा है। वहीं, दूसरे गौपालक लोकेश कुमार ने बताया कि आज एक बीमार गौवंश की मृत्यु हो गई है। उन्होंने बताया कि इस बारे में खंड विकास अधिकारी सुष्मिता यादव को कई बार फोन किया, लेकिन किसी भी कॉल का जवाब नहीं मिला।
अधिकारियों की अनदेखी से बीमार गौवंश
गौशाला के भीतर गोवंशों की हालत बिगड़ती जा रही है, लेकिन किसी भी अधिकारी ने इस मुद्दे पर गंभीरता से कदम नहीं उठाया है। गोवंशों के इलाज और उनकी देखभाल के लिए उचित व्यवस्था न होने से गोपालक निराश हैं।
प्रशासन से कोई सहयोग नहीं
एसडीएम संदीप यादव ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बीमार गौवंश के लिए डॉक्टर को भेजा गया है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक इस समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं निकाला जा सका है। गौपालकों का कहना है कि यदि समय रहते ठंड से बचाव के उपाय नहीं किए गए तो कई और गोवंश की जान जा सकती है।
गौवंश में सर्दी से बचाव के इंतजामों की स्थिति अत्यंत गंभीर है। यह समय की मांग है कि प्रशासन इस मामले में त्वरित कार्रवाई करे और गौवंश के लिए ठंड से बचाव के उचित उपाय सुनिश्चित करे। प्रशासन की लापरवाही के कारण इस समय गोवंशों की जिंदगी संकट में है, और यदि जल्दी सुधार नहीं हुआ तो स्थिति और भी बिगड़ सकती है। गोपालकों का कहना है कि इस समस्या का हल जल्द से जल्द निकाला जाना चाहिए, ताकि उनकी मेहनत और पशुधन दोनों सुरक्षित रहें।
गौशाला के संचालक में भी माफिया लोग आने से गौ माता सुरक्षित नहीं है यह उन लोगों को जिम्मेदारी देने चाहिए छुपा के उनको माता को माता समझकर को सेव करें