भारत सरकार के कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने देश के 7.5 करोड़ मेंबर्स को बड़ी राहत दी है। अब, पीएफ अकाउंट होल्डर्स को अपनी भविष्य निधि निकालने में बड़ी आसानी होगी। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने पीएफ निकासी के ऑटो सेटलमेंट की लिमिट को बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है। इससे पहले यह लिमिट केवल 1 लाख रुपये तक थी, जिससे पीएफ अकाउंट होल्डर्स को बड़ी रकम निकालने में परेशानियों का सामना करना पड़ता था। अब बिना किसी डॉक्यूमेंटेशन के, पीएफ सदस्य 5 लाख रुपये तक की निकासी कर सकते हैं।
PF क्लेम सेटलमेंट में भी कमी होगी समय
इस बदलाव के साथ ही EPFO ने क्लेम सेटलमेंट प्रक्रिया को भी और तेज कर दिया है। पहले पीएफ क्लेम का सेटलमेंट 10 दिनों में होता था, अब इसे घटाकर 3-4 दिनों में किया जाएगा। इस कदम से कर्मचारियों को उनके पैसे जल्दी मिलेंगे, जिससे उन्हें वित्तीय संकट से निपटने में मदद मिलेगी।
नई पीएफ ऑटो-क्लेम सुविधाएं: शादी, शिक्षा और घर खरीदने के लिए भी
अब तक, पीएफ खाते से ऑटो-क्लेम केवल बीमारी और अस्पताल के खर्चों के लिए ही किया जा सकता था, लेकिन अब EPFO ने और भी महत्वपूर्ण कारणों के लिए ऑटो-क्लेम की सुविधा शुरू की है। इसमें शादी, शिक्षा और घर खरीदने के लिए भी पीएफ से पैसे निकाले जा सकते हैं। इससे कर्मचारियों को इन महत्वपूर्ण जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी, और वे बिना किसी बड़े दस्तावेजी झंझट के अपने भविष्य निधि का उपयोग कर सकेंगे।
EPFO की बैठक में ये अहम फैसले हुए
रिपोर्ट के मुताबिक, श्रम और रोजगार मंत्रालय की सचिव सुमिता डावरा की अध्यक्षता में केंद्रीय भविष्य निधि बोर्ड (CBT) की श्रीनगर में हुई बैठक में इन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इस बैठक में EPFO के मेंबर्स के लिए कई नई सुविधाओं का ऐलान किया गया। इन बदलावों के बाद, EPFO के मेंबर्स के लिए भविष्य निधि से जुड़े कई कार्य और भी आसान हो जाएंगे।
UPI और ATM से पीएफ निकासी की सुविधा
सुमिता डावरा ने बैठक में यह भी घोषणा की कि EPFO सदस्य अब इस साल मई या जून के अंत तक यूपीआई (UPI PF Withdrawal) और एटीएम (ATM PF Withdrawal) के माध्यम से अपने पीएफ का पैसा निकाल सकेंगे। यह सुविधा पीएफ निकासी की प्रक्रिया को और भी आसान बनाएगी, जिससे कर्मचारियों को उनके PF बैलेंस को आसानी से ट्रैक और निकालने का मौका मिलेगा।
इतनी बार बढ़ाई गई थी ऑटो-क्लेम लिमिट
EPFO ने अप्रैल 2020 में अपने सदस्यों को ऑटो-क्लेम की सुविधा देना शुरू किया था, जो शुरुआत में केवल 50,000 रुपये तक ही सीमित थी। इसके बाद मई 2024 में इस लिमिट को बढ़ाकर 1 लाख रुपये किया गया था। अब 1 लाख रुपये से बढ़ाकर यह लिमिट 5 लाख रुपये कर दी गई है। यह कदम कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत साबित होगा, क्योंकि वे बिना किसी लंबी प्रक्रिया के सीधे अपनी जरूरत के पैसे निकाल सकते हैं।
क्लेम रिजेक्शन रेट में भी आई कमी
एक और बड़ी जानकारी यह है कि EPFO ने क्लेम रिजेक्शन रेट में भी गिरावट देखी है। पहले जहां करीब 50% क्लेम रिजेक्ट होते थे, अब यह आंकड़ा घटकर महज 30% रह गया है। EPFO द्वारा लगातार नियमों को सरल बनाने के लिए उठाए गए कदमों का असर इस बदलाव में देखा गया है। यह कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के लिए एक सकारात्मक बदलाव है, जो कर्मचारियों की परेशानी को कम करेगा।
UPI से ऑटो-क्लेम की प्रक्रिया में सुधार
सचिव सुमिता डावरा ने यह भी जानकारी दी थी कि जल्द ही EPFO के सदस्य अपने UPI के माध्यम से भी अपने PF बैलेंस की जांच कर सकेंगे और निर्धारित रकम तक की निकासी कर पाएंगे। इसके अलावा, वे अपने पसंदीदा बैंक में पीएफ का पैसा ट्रांसफर भी कर सकते हैं। यह नई सुविधा कर्मचारियों के लिए बहुत सुविधाजनक होगी, क्योंकि अब उन्हें EPFO कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने होंगे।
EPFO द्वारा किए गए ये बदलाव कर्मचारियों के लिए एक बड़े राहत के रूप में सामने आए हैं। 5 लाख रुपये तक की ऑटो सेटलमेंट लिमिट, पीएफ निकासी में तेजी, और नए ऑटो-क्लेम विकल्प जैसे शादी, शिक्षा, और घर खरीदने के लिए, इन सभी कदमों से कर्मचारियों को अपनी वित्तीय स्थिति को संभालने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, UPI और ATM के माध्यम से पीएफ निकासी की सुविधा से पूरी प्रक्रिया और भी सरल और सुविधाजनक हो जाएगी। EPFO द्वारा उठाए गए ये कदम निश्चित रूप से कर्मचारियों के लिए एक बड़ा लाभ साबित होंगे।