हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2024 के मुताबिक, इस बार पहले नंबर पर एक-दो नहीं बल्कि छह देश हैं। सिंगापुर, जापान, फ्रांस, जर्मनी, इटली और स्पेन के पासपोर्ट दुनिया के सबसे ताकतवर हैं। इन देशों के पासपोर्ट धारक दुनिया के 227 गंतव्यों में से 194 में बिना वीजा के प्रवेश कर सकते हैं। भारत का पासपोर्ट 80वें स्थान पर है। भारतीय अपने पासपोर्ट के जरिए मौजूदा समय में 62 गंतव्यों पर बिना वीजा के जा सकते हैं। पाकिस्तान का पासपोर्ट सबसे कमजोर पासपोर्ट की सूची में चौथे स्थान पर है।
हेनली एंड पार्टनर्स द्वारा जारी हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2024 के मुताबिक, इस बार दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट्स की सूची में एक नया बदलाव देखने को मिला है। इस बार पहले नंबर पर एक-दो नहीं बल्कि छह देश हैं। इनमें सिंगापुर, जापान, फ्रांस, जर्मनी, इटली और स्पेन शामिल हैं।
ये छह देश अपने नागरिकों को दुनिया के 227 गंतव्यों में से 194 में बिना वीजा के प्रवेश की सुविधा मुहैया कराते हैं। इस सूची में दूसरे स्थान पर दक्षिण कोरिया, फिनलैंड और स्वीडन हैं, जिनके पासपोर्ट 193 गंतव्यों तक बिना वीजा जाने की सुविधा देते हैं। वहीं, तीसरे स्थान पर ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, आयरलैंड और नीदरलैंड हैं, जिनके पासपोर्ट पर नागरिक 192 गंतव्यों पर वीजा-फ्री एंट्री ले सकते हैं।
भारत को इस लिस्ट में 80वें स्थान पर रखा गया है। भारतीय अपने पासपोर्ट के जरिए मौजूदा समय में 62 गंतव्यों पर बिना वीजा के जा सकते हैं। इनमें थाईलैंड, इंडोनेशिया, मॉरिशस, श्रीलंका और मालदीव शामिल हैं। दूसरी तरफ भारत के पड़ोसी देशों की बात करें तो जहां 85 गंतव्यों में वीजा-फ्री एंट्री के लिए चीन को 62वें स्थान पर रखा गया है।
सबसे कमजोर पासपोर्ट की बात की जाए तो इसमें अफगानिस्तान का नंबर सबसे ऊपर है। हालांकि, पाकिस्तान का पासपोर्ट भी सबसे कमजोर की लिस्ट में चौथे नंबर पर है। युद्ध प्रभावित सीरिया और इराक के पासपोर्ट इस लिस्ट में दूसरे और तीसरे नंबर हैं। सबसे कमजोर पासपोर्ट में पाकिस्तान की स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसके पासपोर्ट की स्थिति युद्ध झेल रहे यमन और सोमालिया से भी खराब है। इसके अलावा नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका का पासपोर्ट भी कमजोर पासपोर्ट की लिस्ट में रखे गए हैं।