महंगाई के दौर ने अगर आपको कोई भी सामान आधे दामों में मिलने का ऑफर दे तो शायद ही कोई हो जो ऐसे ऑफर का लाभ न उठाना न चाहे। इन दिनों ऐसे ऑफर की भरमार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चल रहे है। पर ये ऑफर क्या वाकई आपको लाभ दिलाने के लिए निकले गए हैं या फिर आपको फंसने के लिए। आइये जानिए इस पूरे स्कैम को…..
ऐसे चलता है ये स्कैम
आपको फेसबुक पर एक के साथ एक फ्री का ऑफर देखे देता है। ज्यादातर ये ऑफर दैनिक उपयोग या खाने पीने के उत्पाद के होते हैं। ऑफर इतना मनभावन होता है की समझदार से समझदार आदमी की अक्ल पर भी पर्दा पड़ जाये। उदहारण के तौर पर जैसे 1 किलो काजू के साथ 1 किलो बादाम फ्री वो भी केवल 300 रुपये में। ऐसे उत्पाद को खरीदने के लिए भुगतान ऑनलाइन करने को कहा जाता है। जिसके लिए विज्ञापन के नीचे दिए गए लिंक को खोल कर अपना आर्डर देने को कहा जाता है. जब भी कोई व्यक्ति इस लिंक को खोल कर अपना आर्डर देता है तो उसको आगे आर्डर कन्फर्म करने को फिर से लिंक पर क्लीक करना होता है। इस लिंक को क्लिक करने पर उससे ग्राहक की क्रडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी मांगी जाती है। ग्राहक जब अपने कार्ड की जानकारी डाल देता है तब उसे एक ऑनलाइन एप ये कहकर उसके मोबाइल में डाउनलोड करने को कहा जाता है कि इस एप पर वो ये पता कर सकता है की उसका द्वारा दिए गए आर्डर की क्या स्थिति है। अभी तक ग्राहक के खाते से किसी भी तरह की कोई लेनदेन नहीं होता है।
असली खेल अब होता है शुरू
एप को फ़ोन में डाउनलोड करते ही सामने वाले के पास आपके फ़ोन के sms का पूरा एक्सेस आ जाता है। अब आपके फ़ोन में आने वाले हर मैसेज हैकर के पास भी पहुंच जाता है। आपके डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड की जानकारी पहले से ही ले लेता है अब वह वह विभिन्न पेमेंट माध्यम (Payment Account) और मर्चेंट अकाउंट (Merchant Account) जैसे कि फ्रीचार्ज का मर्चेंट अकाउंट (Merchant Account) या एमाज़ॉन मर्चेंट अकाउंट (Amozon Merchant Account) या मोबिक्विक ( Mobiquick Account) के मर्चेंट अकाउंट से एक पेमेंट लिंक जनरेट करता है और उस लिंक पर बल्क अमाउंट डाल कर आपके द्वारा दी गई डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड (Credit Card) की डिटेल्स को उस लिंक पर इंसर्ट करके आपके नंबर पर एक ओटीपी भेजते हैं। क्योंकि आपने द्वारा दी गई एप्लीकेशन को आपके फोन में पहले से ही इंस्टॉल किया होता है तो हैकर आसानी से उसको आपके फोन से प्राप्त कर लेता है और उस ओटीपी को पेमेंट गेटवे में डाल कर आपके अकाउंट से आपके अकाउंट में जमा सारी रकम को जमा पूंजी को निकाल लेता है।
पेमेंट गेटवे (Payment Gateway) की कंपनियों के एंप्लाइज की है मिलीभगत
यह गेम बहुत ही बड़े लेवल पर हो रहा है और पूरे भारतवर्ष में बड़े-बड़े स्कैन करने वाले इस गोरखधंधे से जुड़े हुए हैं। हालांकि इसकी जड़ें उन पेमेंट गेटवे की कंपनियों के एंप्लाइज के साथ भी जुड़ी हुई है। जो इस तरह के मर्चेंट अकाउंट इन हैकर को कमीशन बेस पर उपलब्ध करा रही है।
ये हैं कुछ फर्जी साइट्स जिस पर इस तरह के विज्ञापन की भरमार है
- http://big-bazaar.in
- http://dmartshop.in
- http://bigbasketshops.com
- https://bigbazar.bio
- https://d-mart-shopies.com
- https://dmartdeals.com
ये रखें सावधानी
सबसे पहले तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपकी डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड की जो ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की सेटिंग है उसको हमेशा ऑफ रखें सिर्फ उसे तभी ऑन किया जाए जिस समय आपको जरूरत हो उसे तत्काल ही ऑफ कर दें । अब अगर कोई भी आपके कार्ड की जानकारी का मिस यूज करना चाहे तो उस सेटिंग को ऑफ होने की वजह से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन नहीं हो पाएगा।
दूसरा अगर आप एचडीएफसी के अकाउंट यूज करते हैं और अगर आपने ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की फैसिलिटी को ऑफ भी किया हुआ है लेकिन वहां पर एक लुक्का एक्टर्स के द्वारा प्रयोग किया जाता है वह लोग इस प्रकार है कि आपके आई कार्ड डॉट hdfc.com इस लिंक पर जाकर वह हैकर आपके मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजता है । आपके कार्ड की ऑनलाइन सेटिंग को ऑन कर लेते हैं और लिए आप के एटीएम कार्ड की सेटिंग चेंज कर लेते हैं ।