मुंबई: मार्केट रेगुलेटरी सेबी (SEBI) ने मुकेश अंबानी की कंपनी जियो ब्लैकरॉक ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड (Jio BlackRock Broking Pvt Ltd) को ब्रोकरेज के कारोबार के लिए मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के साथ, कंपनी अब भारतीय ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म पर कदम रखने जा रही है, जिसका सीधा असर Jio Financial Services (JFS) के शेयरों पर दिखा है। खबर आने के बाद JFS के शेयर 4% बढ़कर ₹327.75 पर पहुंच गए।
क्या है जियो ब्लैकरॉक ब्रोकिंग?
जियो ब्लैकरॉक ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड, जियो ब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। जियो ब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स खुद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (JFS) और वैश्विक एसेट मैनेजमेंट दिग्गज ब्लैकरॉक इंक (BlackRock Inc) के बीच एक 50-50 का संयुक्त उद्यम है। यह साझेदारी भारतीय निवेशकों के लिए किफायती, पारदर्शी और टेक्नोलॉजी संबंधी बदलाव लाने के लक्ष्य के साथ बनाई गई है।
कंपनी ने बताया कि जियो ब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड और जियो ब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स ने परिचालन शुरू करने के लिए हाल ही में सेबी से मंजूरी मांगी थी, जिसके बाद यह मंजूरी दे दी गई है। कंपनी ने आगे कहा कि ब्रोकिंग का लाइसेंस मिलने से जियो ब्लैकरॉक संयुक्त उद्यम भारत के लोगों को समग्र निवेश समाधान प्रदान करने में सक्षम होगा।
कंपनी का बयान और भविष्य की योजना
कंपनी ने अपने बयान में खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सेबी का यह कदम उन्हें भारत के बचतकर्ताओं के लिए देश के निरंतर विकास में योगदान देने के करीब ले जाता है। जियोब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स के साथ, वे खुदरा निवेशकों को व्यक्तिगत सलाह देने में सक्षम होंगे। अब ब्रोकरेज के साथ, कंपनी निवेशकों के लिए एक एग्जीक्यूशन प्लेटफॉर्म भी लाएगी, जिससे निवेश प्रक्रिया और सुगम हो जाएगी।
जियो फाइनेंशियल और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों का प्रदर्शन
- JIO Financial Services (JFS): आज JFS का शेयर 4% चढ़कर ₹325 पर पहुंच गया। पिछले एक हफ्ते में इसने 14% और एक महीने में 10% का रिटर्न दिया है। तीन महीने में करीब 50% की जबरदस्त तेजी देखी गई है। हालांकि, पिछले एक साल के दौरान इस शेयर ने निवेशकों को 6% का निगेटिव रिटर्न भी दिया है।
- Reliance Industries (RIL): रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में भी तेजी देखी जा रही है। RIL का शेयर आज 1.58% चढ़कर ₹1518 पर पहुंच गया। एक महीने में इस शेयर ने 6% से ज्यादा का रिटर्न दिया है, जबकि तीन महीने में 18% और छह महीने में 24% की तेजी आई है।
सेबी की यह मंजूरी मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह के वित्तीय सेवा क्षेत्र में अपनी पकड़ और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।