नई दिल्ली: बजट सप्ताह की शुरुआत के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार ने बुरी शुरुआत की। जैसे ही बाजार खुला, सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में भारी गिरावट देखने को मिली। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 490 अंक की गिरावट के साथ 76,000 के नीचे खुला और कुछ ही मिनटों में ये 578 अंक तक टूट गया। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 160 अंक गिरकर ट्रेड करता हुआ दिखाई दिया।
सेंसेक्स ने 578 अंक का गोता लगाया
सोमवार को शेयर बाजार में कारोबार की शुरुआत के साथ ही बीएसई का सेंसेक्स अपने पिछले बंद 76,190.46 अंक से फिसलते हुए 75,700.43 अंक के लेवल पर खुला। यह गिरावट इतनी तेज थी कि 10 मिनट के भीतर ही सेंसेक्स 578 अंक गिरकर 75,612 अंक तक पहुंच गया। वहीं, निफ्टी ने भी सेंसेक्स के साथ मिलकर गिरावट का सामना किया और अपने पिछले बंद 23,092.20 के स्तर से फिसलकर 22,940.15 अंक पर खुला, जो कुछ ही समय में 160 अंक और गिर गया।
Zomato में गिरावट का सिलसिला जारी
शेयर बाजार के कारोबार की शुरुआत के साथ ही बीएसई के लार्जकैप स्टॉक्स में से 28 स्टॉक्स लाल निशान पर दिखाई दिए। इनमें सबसे बड़ी गिरावट ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) के शेयर में देखी गई, जो सप्ताह के पहले दिन 2.78% गिरकर 209.80 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहा था। जोमैटो का शेयर पहले ही गिरावट का सामना कर रहा था और अब भी इसमें लगातार गिरावट का सिलसिला जारी था।
इन प्रमुख शेयरों में भी भारी गिरावट
जोमैटो के अलावा, जिन अन्य प्रमुख स्टॉक्स में गिरावट देखने को मिली, उनमें Adani Ports, IndusInd Bank, Tata Motors जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इन कंपनियों के शेयर लगभग 2% तक टूट गए थे। इसके साथ ही, मिडकैप कंपनियों के शेयर भी लाल निशान पर ट्रेड कर रहे थे, जिनमें AU Bank (7.81%), IDFC First Bank (7%) और Paytm (5.43%) शामिल थे।
स्मॉलकैप स्टॉक्स में भी भारी गिरावट
स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों में भी भारी गिरावट देखने को मिली। CreditAcc का शेयर 15.61% गिरकर कारोबार कर रहा था, वहीं NewGen का शेयर भी 10% टूट गया। इसके अलावा Tejas Network का शेयर भी 8.90% गिरकर कारोबार कर रहा था।
शेयर बाजार में गिरावट का कारण
इस भारी गिरावट का मुख्य कारण बाजार में निवेशकों का भारी बिकवाली की ओर झुकाव था, जो मुख्य रूप से आगामी बजट की अटकलों और वैश्विक बाजारों के उतार-चढ़ाव के कारण था। वहीं, कुछ कंपनियों के कमजोर तिमाही परिणाम और आर्थिक अनिश्चितता के कारण भी बाजार में दबाव देखा गया।
निष्कर्ष
आज के कारोबार में जहां ज्यादातर प्रमुख और मिडकैप स्टॉक्स लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे, वहीं स्मॉलकैप कंपनियों के शेयर भी बुरी तरह से टूट गए। ऐसे में निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है, खासकर जब बजट से पहले बाजार में अस्थिरता बनी हुई हो।