दुनिया में जब भी सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CEOs की बात होती है, तो गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई और एपल के चीफ टिम कुक का नाम सबसे पहले लिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन दिग्गजों से भी ज्यादा सैलरी पाने वाला एक और CEO है? जी हां, वह हैं स्टारबक्स के सीईओ ब्रयान निकोल, जिनकी सैलरी गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई और एपल के सीईओ टिम कुक से भी कहीं अधिक है।
ब्रयान निकोल की सैलरी: 827 करोड़ रुपये!
स्टारबक्स के CEO ब्रयान निकोल ने पिछले चार महीनों में कुल 96 मिलियन डॉलर (लगभग 827 करोड़ रुपये) कमाए हैं, जो गूगल के सुंदर पिचाई और एपल के टिम कुक से भी ज्यादा है। जहां सुंदर पिचाई और टिम कुक को सालाना करीब 75 मिलियन डॉलर की सैलरी मिलती है, वहीं ब्रयान निकोल ने सिर्फ चार महीनों में इतनी भारी सैलरी प्राप्त की है। इस हिसाब से, ब्रयान को हर हफ्ते में तीन दिन ऑफिस आने के बदले लगभग 68 करोड़ रुपये मिलते हैं!
सैलरी पैकेज की खास बातें
ब्रयान निकोल ने सितंबर 2024 में स्टारबक्स के CEO के तौर पर जॉइन किया था, और उनकी सालाना सैलरी का पैकेज 113 मिलियन डॉलर (करीब 980 करोड़ रुपये) है। इसके अलावा, उन्हें जॉइनिंग बोनस के रूप में 5 मिलियन डॉलर भी मिले थे। स्टारबक्स के फाइलिंग के अनुसार, उनकी सैलरी में हाउसिंग अलाउंस, ट्रेवल अलाउंस और पर्सनल खर्चों को भी शामिल किया गया है।
- हाउसिंग अलाउंस: ब्रयान को सालाना 143,000 डॉलर (लगभग 1.2 करोड़ रुपये) हाउसिंग अलाउंस के रूप में मिलते हैं।
- पर्सनल खर्च: उन्हें पर्सनल खर्चों के लिए 19,000 डॉलर (लगभग 16 लाख रुपये) मिलते हैं।
- प्राइवेट जेट: स्टारबक्स ने उन्हें यात्रा के लिए प्राइवेट जेट भी प्रोवाइड किया है, जिसके लिए उन्हें हर साल $72,000 (लगभग 60 लाख रुपये) मिलते हैं।
यह आंकड़े यह दिखाते हैं कि ब्रयान निकोल को मिलने वाली सैलरी और सुविधाएं काफी आलीशान हैं।
ब्रयान निकोल का नेतृत्व
ब्रयान निकोल ने स्टारबक्स को बतौर CEO 4 महीने पहले जॉइन किया था, और उनकी नियुक्ति उस समय हुई जब कंपनी यूनियन वर्कर मूवमेंट्स और घाटे जैसी समस्याओं से जूझ रही थी। उनके नेतृत्व में स्टारबक्स ने फिर से अपनी स्थिति को मजबूत किया और कंपनी की दिशा में बदलाव लाने की कोशिश की।
ब्रयान के CEO बनने से पहले, स्टारबक्स के CEO लक्ष्मण नरसिम्हन थे। उनके जाने के बाद ब्रयान को कंपनी का नेतृत्व सौंपा गया था। निकोल ने कंपनी की रणनीतियों में कई बदलाव किए हैं और इसे फिर से ट्रैक पर लाने का प्रयास किया है।