किरावली। बीते मंगलवार को तहसील मुख्यालय पर एसीपी कार्यालय के सामने अधिवक्ता के बिस्तर पर बैनामा कराने आए एनडीआरफ सैनिक के साथ हुई चोरी की घटना से तहसील मुख्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगे थे। थाना से महज चंद दूरी पर स्थित तहसील मुख्यालय पर पर ही सर्किल के सबसे बड़े अधिकारी एसीपी का कार्यालय है। बगल में ही उपजिलाधिकारी और तहसीलदार का कार्यालय है।
बताया जाता है कि घटना के बाद से ही अधिवक्ताओं से लेकर स्टाम्प वेंडर डर के साए में है। असुरक्षा के माहौल में अब उन्हें किसी भी पल अनहोनी का डर सताने लगता है। बुधवार को बार एसोसिएशन किरावली के अधिवक्ताओं द्वारा उपजिलाधिकारी सचिन राजपूत को ज्ञापन सौंपा गया ज्ञापन के मुताबिक विगत चार माह पूर्व तहसील मुख्यालय पर ही ₹3 लाख की चोरी हुई थी। इसके बाद ऐसी ही घटना की पुनरावृत्ति हुई है। इस बार ₹8.43 लाख की चोरी हुई है। पिछली घटना का आज तक खुलासा नहीं हो सका है। घटना के बाद तहसील के स्टाम्प वेंडरों के सामने विकट स्थिति पैदा हो गई है। अधिवक्ताओं ने घटना के अतिशीघ्र खुलासे एवं तहसील मुख्यालय की सुरक्षा चाक चौबंद करने की मांग की है।