एक वहम और इनका प्यार रहा गया अधूरा, श्रीदेवी के प्यार में था ये स्टार दीवाना

 अधूरी मोहब्बत: एक वहम की वजह से हुआ प्यार अधूरा

Manisha singh
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एक वहम और इनका प्यार रहा गया अधूरा, श्रीदेवी के प्यार में था ये स्टार दीवाना

आगरा: बॉलीवुड में कई प्रेम कहानियां परवान चढ़ती हैं। कुछ को उनकी मंजिल मिल जाती है, जबकि कुछ का इश्क हमेशा के लिए अधूरा रह जाता है। इनमें से एक ऐसी कहानी बॉलीवुड के सुपरस्टार रजनीकांत और दिवंगत अदाकारा श्रीदेवी की है, जिनके बीच एक गहरी दोस्ती और आकर्षण था। हालांकि, एक वहम की वजह से रजनीकांत कभी श्रीदेवी को प्रपोज नहीं कर पाए, और इस अधूरे इश्क की चर्चा आज भी होती है।

रजनीकांत और श्रीदेवी: एक अनोखी जोड़ी

 

रजनीकांत के चाहने वाले केवल दक्षिण भारत में ही नहीं, बल्कि बॉलीवुड में भी हैं। हिंदी सिनेमा में भी रजनीकांत ने कई सफल फिल्में दी हैं और उनका फैन बेस विशाल है। रजनीकांत और श्रीदेवी की जोड़ी ने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई थी। दोनों ने साथ में करीब 19 फिल्मों में काम किया था। श्रीदेवी ने रजनीकांत के साथ अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत की थी, और पहली बार ‘मूंदरू मुदिचू’ में रजनीकांत की मां का किरदार निभाया था।

यह दिलचस्प था कि रजनीकांत और श्रीदेवी के बीच उम्र का फासला 13 साल का था, फिर भी रजनीकांत श्रीदेवी के प्रति अपनी भावनाओं को छुपा नहीं पाए थे। वह उन्हें दिल दे बैठे थे और दोनों के बीच एक गहरी दोस्ती का रिश्ता बन गया था।

शादी के बारे में रजनीकांत के विचार

कहते हैं कि रजनीकांत अपनी दोस्ती को शादी में बदलने के इच्छुक थे। उनका मानना था कि दोनों का रिश्ता गहरा है और उन्हें श्रीदेवी से शादी करनी चाहिए। एक रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीदेवी जब 16 साल की थीं, तब उनकी मां ने शादी के विषय पर विचार करने के लिए कहा था।

साउथ फिल्म प्रोड्यूसर के. बालचंदर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि रजनीकांत श्रीदेवी के प्रति इस कदर दीवाने थे कि उन्होंने उन्हें प्रपोज करने का मन बनाया था। उन्होंने इसे खास बनाने के लिए श्रीदेवी के घर के गृह प्रवेश के दिन को चुना था, ताकि यह दिन उनके जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ बन सके।

वहम के कारण रजनीकांत का प्रपोजल न हो पाया

रजनीकांत ने एक दिन श्रीदेवी को प्रपोज करने के लिए उनका गृह प्रवेश का दिन चुना। बालचंदर और रजनीकांत श्रीदेवी के घर पहुंचे, लेकिन जैसे ही वे पहुंचे, अचानक लाइट चली गई और पूरे घर में अंधेरा छा गया। यह घटना रजनीकांत को एक अशुभ संकेत लगी, और उन्होंने अपना मन बदल लिया। रजनीकांत को यह लगा कि यह एक संकेत है कि उन्हें श्रीदेवी से अपनी भावनाएं जाहिर नहीं करनी चाहिए, और इस तरह उनका प्रपोजल अधूरा रह गया।

जोड़ी की अनमोल यादें

रजनीकांत और श्रीदेवी की जोड़ी सिनेमा की हिट जोड़ी में से एक मानी जाती थी। उनकी ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया था, और उनके रोमांटिक गाने और संवाद आज भी याद किए जाते हैं। हालांकि, उनके रिश्ते को कभी शादी के मुकाम तक नहीं पहुंचने का अफसोस रहा, लेकिन इस अधूरे इश्क ने बॉलीवुड में अपनी एक अलग जगह बनाई है।

 

 

 

 

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Granddaughter of a Freedom Fighter, Kriya Yoga Practitioner, follow me on X @ManiYogini for Indic History and Political insights.
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